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भारत और न्यूजीलैंड ने 18 जून से साउथैंप्टन में शुरू होने वाले आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए अपने-अपने स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (ICC World Test Championship Final) के लिए भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के 15 खिलाड़ियों का ऐलान कर दिया गया है. इंग्लैंड दौरे पर गई 24 खिलाड़ियों (4 स्टैंडबाय मिलाकर) में से इन 15 को चुना गया है, जो फाइनल मैच के वक्त टीम का हिस्सा रहेंगे. इनमें से ही प्लेइंग इलेवन का चयन किया जाएगा और किसी भी बदलाव की स्थिति में से इनमें से ही चुने जाएंगे. कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने मिलकर जो टीम चुनी है, उसमें ज्यादातर वही खिलाड़ी हैं, जिनके प्लेइंग इलेनव में भी चुने जाने की शुरू से ही उम्मीद है. हालांकि, इसके चलते विराट कोहली (Virat Kohli) ने अपने जिगरी साथी केएल राहुल (KL Rahul) की कुर्बानी दी है, जो 20 खिलाड़ियों में तो शामिल थे, लेकिन आखिरी 15 में जगह नहीं बना पाए.
मंगलवार 15 जून को भारत ने अपने 15 खिलाड़ियों का ऐलान किया. दौरे पर गए मुख्य टीम के 20 सदस्यों में से केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर को जगह नहीं मिल पाई. मयंक अग्रवाल पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले दो टेस्ट मैचों में टीम के ओपनर थे, जबकि शार्दुल और सुंदर ने उसी सीरीज के आखिरी मैच में बेहतरीन डेब्यू किया था. वहीं अक्षर पटेल ने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए यादगार डेब्यू किया था.
WTC की पहली सीरीज में थे भारतीय ओपनर
इन पांचों में सिर्फ विराट कोहली के खासम-खास विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल ही अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने पिछले कुछ वक्त में टीम के लिए कोई भी टेस्ट मैच नहीं खेला है. अगस्त 2019 में शुरू हुई आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत में राहुल और मयंक ही टीम के ओपनर थे. भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट सीरीज से चैंपियनशिप में अपने सफर की शुरुआत की थी.
राहुल ने उस सीरीज के दोनों टेस्ट मैच खेले थे और चार पारियों में उनके बल्ले से सिर्फ 101 रन ही आ सके थे, जिसमें सर्वोच्च स्कोर 44 रन था. इस प्रदर्शन के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुई घरेलू सीरीज में रोहित शर्मा को ओपनर बनाया गया था और उसके बाद से उन्होंने अपनी जगह पक्की कर ली.
केएल राहुल का टेस्ट करियर
राहुल ने अभी तक 38 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उनके बल्ले से सिर्फ 34.58 की औसत से 2006 रन आए हैं. हालांकि, इस दौरान उन्होंने 5 शतक और 11 अर्धशतक भी लगाए हैं. इसमें से एक शतक तो 2018 के इंग्लैंड दौरे पर थे, जब उन्होंने ओवल टेस्ट में 149 रनों की पारी खेली थी. लेकिन निरंतर रन न बना पाने के कारण उनका रिकॉर्ड तो खराब होता ही गया, साथ ही टीम में उनकी जगह भी छिन गई. अब वह उम्मीद करेंगे कि इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में उन्हें खेलने का मौका मिले.
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