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भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले के दूसरे दिन खराब लाइट ने मजा किरकिरा किया,
भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल मुकाबले के दूसरे दिन खराब लाइट ने मजा किरकिरा किया, जिसकी वजह से निर्धारित ओवरों का खेल नहीं हो सका। पहला पूरा दिन बारिश के चलते रद्द होने के बाद दूसरे दिन 64.4 ओवरों का खेल हुआ, जिसमें भारत ने तीन विकेट खोकर 146 रन बनाए। इस मैच की कमेंट्री कर रहे पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के एक फैसले पर सवाल उठाए हैं।उन्होंने कहा कि, 'जब मैच में दोनों अंपायर न्यूट्रल हैं तब दोनों टीमों को तीन-तीन रिव्यू क्यों दिए गए हैं। यह समझ से परे है।'
डब्ल्यूटीसी फाइनल मैच में न्यूट्रल अंपायर मिचेल गफ और रिचर्ड इलिंगवर्थ अंपायरिंग कर रहे हैं। बता दें कि इस फाइनल मैच के लिए आईसीसी ने दोनों टीमों को तीन-तीन रिव्यू दिए हैं, जिससे अंपायरों की तरफ से गलती की कोई गुंजाइश न हो। आईसीसी ने पिछले साल यह नियम बनाया था, जिसमें दोनों टीमों को तीन-तीन रिव्यू मिलते थे। ऐसा इसलिए था, क्योंकि तब अंपायरों को कोरोना वायरस की वजह से दूसरे देश में जाने में दिक्कत थी और मेजबान देश के ही अंपायर अंपायरिंग करते थे।
इस मैच में भारत ने पहले सेशन में दो विकेट खोकर 69 रन बनाए थे, लेकिन दूसर सेशन में वह 27.3 ओवर में 51 रन ही जोड़ पाया। इसका सबसे बड़ा कारण था कीवी गेंदबाजों की बेहद अनुशासित गेंदबाजी। भारतीय कप्तान विराट कोहली तक ने उन्हें पूरा सम्मान दिया और यहां तक उन्होंने कोलिन डि ग्रैंडहोम के लगातार तीन ओवर मेडन खेले। कोहली ने अपनी प्रतिबद्धता और दृढ़ता का अच्छा परिचय दिया और शॉट खेलने के लिए ढीली गेंदों का इंतजार किया। रहाणे ने भी अपने कप्तान का अनुसरण किया लेकिन उन्होंने कुछ आकर्षक शॉट भी लगाए। रहाणे अब तक चार चौके लगा चुके हैं जबकि कोहली ने केवल एक बार गेंद बाउंड्री तक पहुंचाई है।
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