पिछले 14 सत्र में आठ बार फाइनल खेलकर चार खिताब जीत चुकी भारतीय टीम अंडर-19 विश्व कप इतिहास की सबसे कामयाब टीम है और इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार को सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में होने वाले फाइनल मुकाबले में टीम इस दबदबे पर मुहर लगाने के इरादे से उतरेगी। भारत ने जहां चार बार खिताब जीता है तो वहीं इंग्लैंड की टीम ने सिर्फ एक बार ये कमाल किया है।
मैदान से बाहर कोरोना संक्रमण से जूझने के बावजूद भारतीय टीम को फाइनल तक पहुंचने में दिक्कत नहीं आई जो खिलाड़ियों की प्रतिभा और टीम की गहराई की बानगी पेश करती है। सलामी बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी और हरनूर सिंह सेमीफाइनल में चल नहीं सके और फाइनल में उन्हें अत्यधिक रक्षात्मक खेलने से बचना होगा। यश ढुल और शेख रशीद ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब शुरुआत के बाद जिस तरह से पारी को संभाला, उससे उनकी परिपक्वता नजर आई। अंगकृष इस टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, उन्होंने 55.60 के बेहतर औसत से 278 रन बनाए है। बाएं हाथ के स्पिनर विक्की ओस्तवाल 10.75 के औसत से 12 विकेट लेकर टीम के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
4 बार लगातार भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई है।
इन विश्व कप में भारत बना चैंपियन :
वर्ष, स्थान, कप्तान
2000, श्रीलंका, मुहम्मद कैफ
2008, मलेशिया, विराट कोहली
2012, आस्ट्रेलिया, उन्मुक्त चंद
2018, न्यूजीलैंड, पृथ्वी शा
टीम :
भारत : यश धुल (कप्तान), हरनूर सिंह, अंगकृष रघुवंशी, शेख रशीद, निशांत सिंधू, सिद्धार्थ यादव, अनीश्वर गौतम, मानव पारख, कौशल ताम्बे, राजवर्धन हंगरगेकर, विकी ओस्तवाल, गर्व सांगवान, दिनेश बाना, आराध्य यादव, राज बावा, वासु वत्स, रवि कुमार ।
इंग्लैंड : टॉम प्रेस्ट (कप्तान), जॉर्ज बेल, जोशुआ बॉयडेन, एलेक्स होर्टन, रेहान अहमद, जेम्स सेल्स, जार्ज थामस, थामस एस्पिनवाल, नाथन बर्नवेल, जैकब बेथेल, जेम्स कोलेस, विलियम लक्सटन, जेम्स रियू, फतेह सिंह, बेंजामिन क्लिफ ।