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गोल्ड मेडल जीतकर बटोरी सुर्खियां, दुनियाभर की डोपिंग एजेंसियां फिर पीछे पड़ी

Deepa Sahu
10 May 2022 6:42 PM GMT
गोल्ड मेडल जीतकर बटोरी सुर्खियां, दुनियाभर की डोपिंग एजेंसियां फिर पीछे पड़ी
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एथलेटिक्स में डोपिंग के गहरे जंजाल से निपटने के लिए दुनियाभर की डोपिंग एजेंसियां एथलीटों पर कड़ी नजरें रखती हैं और समय-समय पर अलग-अलग हिस्सों में हो रहे टूर्नामेंटों में खिलाड़ियों का डोप टेस्ट करती रहती हैं. इसके बावजूद डोपिंग के मामले आते हैं और कई खिलाड़ी पकड़े भी जाते हैं. शायद ऐसा ही कुछ डर एक भारतीय एथलीट को सता रहा है, इसलिए वह पिछले कई हफ्तों से सबकी नजरों से बचकर गायब हो चुकी है. महाराष्ट्र की रेसर ऐश्वर्या मिश्रा ने पिछले महीने फेडरेशन कप राष्ट्रीय चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर काफी सुर्खियां बटोरी थीं, लेकिन यही सुर्खियां उनके लिए जी का जंजाल बन गई और डोप परीक्षण एजेंसियों की नजर उन पर पड़ गई. फिलहाल वह इन एजेंसियों को गच्चा देकर गायब हैं और अधिकारियों को अब भी उनके ठिकाने की तलाश है.


ये चौंकाने वाला मामला मंगलवार 10 मई को सामने आया. समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऐश्वर्या ने अब तक2 से 6 अप्रैल के बीच केरल के कोझीकोड में फेडरेशन कप में महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में 51.18 सेकेंड का समय लेकर स्वर्ण पदक जीता था. इस दौरान वह इस दौड़ में तीसरा सबसे तेज समय निकालने वाली रेसर भी बनी थीं. इस शानदार और चौंकाने वाले प्रदर्शन के कारण ऐश्वर्या को जुलाई में अमेरिका में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में जगह मिली थी. भारतीय एथलीटों में उनसे बेहतर समय केवल हिमा दास (50.79) और मंजीत कौर (51.05) ही निकाल पायी हैं.

ऐसे में जब ये मानकर चला जा रहा था कि अब तो ऐश्वर्या के विश्व स्तर पर भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करेंगी, कहानी ही पूरी तरह पलट गई. फेडरेशन कप की सफलता के बाद से राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) और यहां तक ​​कि विश्व एथलेटिक्स का स्वतंत्र निकाय एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (AIU) के डोप परीक्षक ऐश्वर्या का नमूना लेने के लिये उनकी तलाश कर रहे हैं लेकिन वे उनके ठिकाने का पता नहीं लगा पाये हैं.

इतना ही नहीं, फेडरेशन कप में उनके प्रभावशाली प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (AFI) ने उन्हें 400 मीटर दौड़ के लिये उस भारतीय टीम में शामिल किया था, जिन्हें CWG सहित आगामी प्रमुख प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिये तुर्की में अभ्यास करना था, लेकिन वह इसमें भी शामिल नहीं हुई. एथलेटिक्स के राष्ट्रीय कैंप से जुड़े एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, वह AIU और NADA के डोप परीक्षण से बच रही है और AFI उसका पता नहीं लगा पा रहा है. किसी को नहीं पता कि वह अभी कहां है. फेडरेशन कप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद वह गायब हो गयी है. फेडरेशन कप में उसके प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता था, इसलिए AFI ने उसे तुर्की में अभ्यास शिविर में भाग लेने वाली टीम में शामिल किया था.

एएफआई के पास ऐश्वर्या का जो मोबाइल नंबर है, उस पर फोन करने पर गलत नंबर के संदेश आये. एएफआई और उसकी महाराष्ट्र इकाई ने ऐश्वर्या के पूर्व और वर्तमान कोच के जरिये उसके ठिकाने का पता लगाने का प्रयास किया ताकि उसे राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने के लिये मनाया जा सके लेकिन इसका भी कोई फायदा नहीं हुआ.

सूत्र ने कहा कि ऐश्वर्या हरियाणा में जिस व्यक्ति से कोचिंग ले रही थी उसने भी एएफआई को बताया कि वह अप्रैल के शुरू से इस एथलीट के संपर्क में नहीं है. यह भी पता चला है कि यह व्यक्ति पूर्व एथलीट है और डोपिंग में पकड़े जाने पर उस पर 2016 में नाडा ने आठ साल का प्रतिबंध लगाया था.

ऐश्वर्या पहली बार अक्टूबर 2019 में मुंबई विश्वविद्यालय की अंतर कॉलेज एथलेटिक्स प्रतियोगिता के दौरान सुर्खियों में आयी थी क्योंकि तब उन्होंने 400 मीटर दौड़ में 52.40 सेकेंड का समय निकाला था. इसके तुरंत बाद उन्हें राष्ट्रीय शिविर में शामिल कर दिया गया था. उस वर्ष भी उन्हें तुर्की में अभ्यास शिविर के लिये चुना गया था. उस समय उनके प्रदर्शन को कुछ लोगों ने शक की निगाह से देखा था लेकिन 2020 में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें राष्ट्रीय शिविर के लिये नहीं चुना गया. उन्होंने 2021 में राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैंपियनशिप में महाराष्ट्र के लिये 400 मीटर में रजत पदक जीता था. उन्होंने पिछले महीने फेडरेशन कप में 200 मीटर में भी रजत पदक हासिल किया था.

वहीं इस पूरे घटनाक्रम में AFI Kके लिए भी चिंता में डाल दिया है और यही कारण है कि राष्ट्रीय संघ ज्यादा कुछ नहीं बोल रहा है. AFI के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने कहा कि वह राष्ट्रीय शिविर का हिस्सा नहीं है इसलिए महासंघ इस तरह के मामले में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता. सुमरिवाला ने कहा, वह कैंप में नहीं है और ऐसे में हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते. इसलिए AFI इसमें शामिल नहीं है. उसे तुर्की में अभ्यास शिविर के लिये चुना गया था लेकिन वह नहीं आयी इसलिए हम यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि वह अभी कहां है. हम उसे राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने के लिये मनाना चाहते हैं.

ऐश्वर्या के राज्य वालों को भी उनकी खोज-खबर नहीं है. महाराष्ट्र एथलेटिक्स संघ के सचिव सतीश उचिल ने कहा कि उनके संगठन को भी ऐश्वर्या के ठिकाने के बारे पता नहीं है. उन्होंने कहा, वह पहले कांदिवली (मुंबई उपनगर) में SAI (भारतीय खेल प्राधिकरण) प्रशिक्षण केंद्र में अभ्यास कर रही थी. मैंने वहां उसके स्थानीय कोच से संपर्क किया लेकिन उन्हें भी उसके वर्तमान ठिकाने का पता नहीं है.


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