चयनकर्ता व्हाइट बॉल क्रिकेट में स्प्लिट कैप्टेंसी के पक्ष में नहीं है….ये शब्द बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने उस समय कहे थे जब रोहित शर्मा को वनडे क्रिकेट की कमान सौंपी गई थी। 16 सितंबर 2021 को विराट कोहली ने टी20 कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर कोहली ने बताया था कि वह वर्कलोड मैनेज करने के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद इस फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ देंगे। इसके लिए उन्होंने उस समय के कोच रवि शास्त्री समेत रोहित शर्मा, जय शाह और सौरव गांगुली से भी बात की थी। कोहली वनडे और टेस्ट की कप्तानी करना चाहते थे, मगर चयनकर्ता उस समय स्प्लिट कैप्टेंसी के पक्ष में नहीं थे, जिसके बाद उन्होंने कोहली को वनडे कैप्टेंसी के बर्खास्त कर रोहित को व्हाइट बॉल क्रिकेट की जिम्मेदारी सौंपी। मगर अब रोहित शर्मा के कार्यकाल में चयनकर्ताओं ने अपने ही फैसले से यू टर्न ले लिया है और अब टीम इंडिया में काफी समय से स्प्लिट कैप्टेंसी की नीति अपनाई जा रही है।
टी20 वर्ल्ड कप 2022 में टीम इंडिया को सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। इस टूर्नामेंट के बाद हार्दिक पांड्या को स्टैंडबाय कैप्टन के रूप में टी20 टीम की कमान सौंपी गई। हार्दिक उस समय समय से लगातार टी20 टीम की अगुवाई कर रहे हैं, वहीं रोहित शर्मा वनडे टीम संभाल रहे हैं। बीसीसीआई ने अभी तक रोहित शर्मा के टी20 फॉर्मेट में फ्यूचर से पर्दा नहीं उठाया है, मगर अब 8 महीने का समय हो चला है कि रोहित शर्मा ने भारत के लिए कोई टी20 मैच नहीं खेला है। ऐसे में इसे स्प्लिट कैप्टेंसी नहीं कहें तो क्या कहें? अगर यह वर्कलोड मैनेजमेंट के लिए हो रहा है तो विराट कोहली के साथ इतना बुरा बर्ताव क्यों किया गया? क्या उस समय रोहित को टी20 की कप्तानी सौंप नई टीम नहीं बनाई जा सकती थी?
इन सवालों के बीच अब आप यह कहेंगे कि कोहली के समय चयनकर्ता अगल थे और अब के समय में स्थिति कुछ और हैं। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें, आयरलैंड दौरे पर जब हार्दिक पांड्या को पहली बार टी20 टीम की कमान सौंपी गई तो उस समय चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा ही थे। 2022 टी20 वर्ल्ड कप के बाद चयन समीति में जरूर बदलाव हुआ, मगर चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा ही रहे। वहीं नई चयन समीति के अंतर्गत भी हार्दिक पांड्या ने न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज में कप्तानी की।
अब मुख्य चयनकर्ता जरूर अजीत अगरकर बन गए हैं, मगर टीम अभी भी उसी फॉर्मुला के आधार पर चल रही है। वनडे वर्ल्ड कप और खिलाड़ियों के वर्कलोड को देखते हुए 50 ओवर फॉर्मेट में टीम की अगुवाई रोहित शर्मा तो टी20 की हार्दिक पांड्या कर रहे हैं। वहीं पिछले साल जब टी20 वर्ल्ड कप था तो शिखर धवन वनडे के तो रोहित शर्मा टी20 के कप्तान थे। अगर वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते रोहित शर्मा की कप्तानी में चयनकर्ता ऐसा कर सकते हैं तो सवाल बस यही उठता है कि विराट कोहली के साथ उन्होंने ऐसा बर्ताव क्यों किया?