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उदयपुर, राजस्थान में झीलों की नगरी उदयपुर (Udaipur) में दिव्यांगों के लिए सात दिवसीय तृतीय नेशनल व्हील चेयर क्रिकेट प्रतियोगिता (National Wheel Chair Cricket Competition) का आयोजन 27 नवम्बर से आयोजित किया जायेगा।
यह प्रतियोगिता देश-दुनिया में दिव्यांगों की सहायता एवं पुनर्वास के क्षे़त्र में अलग पहचान रखने वाले नारायण सेवा संस्थान उदयपुर, डिफरेन्टली एबल्ड क्रिकेट कौंसिल ऑफ इण्डिया एवं व्हीलचेयर क्रिकेट इण्डिया एसोसिएशन के संयुक्त संयोजन में 27 नवम्बर से 3 दिसम्बर तक होगी।
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने आज यहां बताया कि इस चौम्पियनशिप में हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बड़ौदा, राजस्थान, गुजरात, मुम्बई, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना की कुल 16 टीमों के 300 व्हीलचेयर क्रिकेटर्स हिस्सा लेंगे। इस खेल कुंभ के सफल संचालन में विभिन्न क्षेत्रों के 100 से अधिक क्रिकेट विशेषज्ञ एवं अधिकारी अपना योगदान देने के लिए उदयपुर आयेंगे।
उन्होंने बताया कि चौम्पियनशिप के सफल आयोजन की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। नारायण सेवा संस्थान के सेवामहातीर्थ (स्मार्ट विलेज), बड़ी में क्रिकेर्ट्स एवं बाहर से आने वाले विशेषज्ञों व अधिकारियों के आवास एवं भोजन की व्यवस्था की गई है। यहां से ग्राउण्ड तक आने-जाने के लिए पर्याप्त संख्या में वाहनों की व्यवस्था के साथ विशेष यातायात विभाग कायम किया गया है। सारी तैयारियां एवं वाहन दिव्यांग खिलाड़ियों के अनुकूल हैं। इस बात का पूरा ख्याल रखा जा रहा कि खिलाड़ियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
अग्रवाल ने बताया कि नगर के खेल प्रेमियों को रोमाचिंत करने वाले दिव्यांग क्रिकेर्ट्स के इस राष्ट्रीय कुंभ का आयोजन तीन ग्राउण्ड्स पर होगा। राणा प्रताप नगर स्टेशन के निकट स्थित उत्तर-पश्चिम रेलवे मैदान, राजस्थान कृषि महाविद्यालय के सूरजपोल स्थित मैदान तथा डबोक स्थित नारायण दिव्यांग स्पोर्ट्स एकेडमी मैदान को व्हीलचेयर क्रिकेट चौम्पियनशिप के लिए निर्धारित मानदण्डों के अनुसार तैयार किया गया हैं। यहां होने वाले मैचों में दर्शको के लिए प्रवेश निःशुल्क होगा।
इस अवसर पर डीसीसीआई के सचिव रविकांत चौहान ने बताया कि नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट चौम्पियनशिप का यह तीसरा आयोजन है। जो कोरोना के दो वर्ष बाद उदयपुर में हो रहा है। इससे पूर्व पहली चौम्पियनशिप -2018 और दूसरी-2019 में हुई थी। जिसमें क्रमशः उत्तरप्रदेश और पंजाब की टीमें विजयी रही। यह आयोजन इसलिए भी विशेष है कि इसमें सभी 24 लीग मैच, 2 समीफाइनल और फाइनल एक ही जगह पर हो रहे है। इससे दिव्यांग खिलाड़ियों कोे आवाजाही में असुविधा नहीं होगी और समय की भी बचत होगी।
उन्होंने बताया कि चौम्पियनशिप में 16 टीमों को चार गु्रप में बांटा जाएगा। श्रेष्ठ चार टीमें दो सेमीफाइनल के लिए चुनी जाएंगी। सेमीफाइनल की विजेता टीमंे फाइनल मंे भिड़ेंगी।
यह चौम्पियनशिप दिव्यांग क्रिकेर्ट्स के लिए एक राष्ट्रीय मंच तो है ही साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने का एक रचनात्मक अवसर भी है। चौम्पियन (विजेता) टीम को रोलिंग ट्रॉफी के साथ ढाई लाख रूपये जबकि उप-विजेता टीम को 1.50 लाख रूपये नकद पुरस्कार रूवरूप प्रदान किए जाएंगे। दोनों सेमीफाइनल की उप-विजेता टीमों को 50-50 हजार रूपये नकद का पुरस्कार दिया जाएगा। रोलिंग ट्रॉफी गत विजेता पंजाब के पास है।
Source : Uni India
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