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वीरेंद्र सहवाग ने 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया विवाद पर कही ये बात, हरभजन सिंह का बचाया था टेस्ट करियर

Tulsi Rao
24 May 2022 9:44 AM GMT
वीरेंद्र सहवाग ने 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया  विवाद पर कही ये बात, हरभजन सिंह का बचाया था टेस्ट करियर
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। टीम इंडिया के धाकड़ सलामी बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग ने करीब 50 के औसत और 75 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से टेस्ट रन बनाए हैं, उन्होंने कभी खुद नहीं सोचा था कि उन्हें टेस्ट टीम के ड्रॉप किया जा सकता है, लेकिन जनवरी 2007 में अपना 52वां टेस्ट खेलने के बाद 53वां टेस्ट मैच खेलने के लिए उन्हें करीब एक साल का इंतजार करना पड़ा था। सहवाग ने उस दौर के बारे में बात करते हुए कहा कि मुझे एकदम से पता चला कि मैं टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हूं और मैं बहुत निराश हो गया था।

स्पोर्ट्स 18 के 'होम ऑफ हीरोज' शो में सहवाग ने उस दौर के बारे में बात करते हुए कहा, 'अचानक मुझे अहसास हुआ कि मैं टेस्ट टीम का हिस्सा ही नहीं हूं, मैं बहुत निराश हो गया था। अगर मुझे उस एक साल के लिए ड्रॉप नहीं किया गया होता, तो मैं अपना टेस्ट करियर 10 हजार से ज्यादा रनों के साथ खत्म करता।' 2007-08 की गाावस्कर ट्रॉफी के लिए उन्हें टेस्ट टीम में चुना गया था, जिससे हर कोई हैरान रह गया था, उन्हें उस समय के टेस्ट कप्तान अनिल कुंबले ने टीम में शामिल किया था, हालांकि पहले दो टेस्ट मैचों में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला था और टीम इंडिया ने दोनों टेस्ट गंवा दिए थे। सहवाग की वापसी होते ही टीम इंडिया ने सीरीज का तीसरा टेस्ट जीता और चौथा ड्रॉ कराया

तीसरा टेस्ट मैच पर्थ में खेला जाना था और उससे पहले टीम इंडिया कैनबेरा गई, जहां प्रैक्टिस मैच खेला जाना था। सहवाग ने बताया कि उस प्रैक्टिस मैच से पहले कप्तान कुंबले ने उनसे कहा था कि तुम इस मैच में पचासा ठोको और तुमको पर्थ टेस्ट के लिए टीम में चुना जाएगा। सहवाग ने प्रैक्टिस मैच में लंच ब्रेक से पहले ही शतक ठोक दिया था। इसके बाद उन्हें पर्थ टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया गया। सहवाग ने इस शो पर कहा, 'उस दौरे के बाद अनिल कुंबले ने मुझसे वादा किया था कि मैं जब तक टेस्ट कप्तान हूं, तुम टेस्ट टीम से बाहर नहीं होगे। खिलाड़ी को इस तरह कप्तान से कॉन्फिडेन्स मिलता है, करियर की शुरुआत में सौरव गांगुली ने मुझे वह भरोसा दिखाया था और बाद में कुंबले ने।

उस दौरे पर सिडनी टेस्ट में हुई कॉन्ट्रोवर्सी को लेकर सहवाग ने कहा, 'अगर अनिल भाई कप्तान नहीं होते तो वह दौरा बीच में ही खत्म हो जाता और हरभजन सिंह का क्रिकेट करियर भी खत्म हो जाता।' क्रिकेट का सबसे विवादित 'मंकीगेट कांड' उसी टेस्ट में हुआ था। हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स के बीच बहस हुई थी इसके अलावा रिकी पोंटिंग की बेईमानी को लेकर भी वह टेस्ट विवादों में रहा था।

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