किसी के गले नहीं उतरी विराट कोहली की रविचंद्रन अश्विन के बारे में दी गई सफाई
जनता से रिश्ता वेबडेस्क|रविचंद्रन अश्विन (Ravichandra Ashwin) एक बार फिर से भारत (Indian Cricket Team) की प्लेइंग इलेवन से बाहर रहे. ओवल टेस्ट (Oval Test) में इंग्लैंड के खिलाफ उन्हें फिर से मौका नहीं मिला. यह लगातार चौथा टेस्ट है जब विराट कोहली (Virat Kohli) ने अश्विन को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया. इसके बाद से काफी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्यों भारत के नंबर वन गेंदबाज को विदेशों में टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिल रहा. विराट कोहली ने इस बारे में अपनी सफाई दी लेकिन वह किसी के गले नहीं उतरी. अब माना जाता है कि शायद अश्विन ही एक दिन इस बारे में खुलासा करेंगे. वैसे भी वे खुलकर बोलने के लिए जाने जाते हैं.
देखना होगा कि टीम इंडिया में नहीं लिए जाने के बारे में वे क्या कहेंगे. अश्विन अभी भारत के चौथे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज हैं. वे अनिल कुम्बले, कपिल देव और हरभजन सिंह से ही पीछे हैं. पांच विकेट लेते ही वे हरभजन सिंह को पीछे छोड़ देंगे. अभी उनके नाम 413 टेस्ट विकेट हैं. इस बीच एक सवाल यह उठ रहा है कि अश्विन का यूट्यूब पर अपना चैनल चलाना और वहां पर टीम से जुड़ी बातों के बारे में जानकारी देना तो कहीं उनके खिलाफ नहीं जा रहा. बीसीसीआई को वैसे भी अपने खिलाड़ियों का मीडिया से ज्यादा बात करना पसंद नहीं है.
अभी अश्विन के साथ ऐसी ही समस्या लग रही है. वे लगातार यूट्यूब चैनल के जरिए बात करते हैं. कप्तान विराट कोहली की तरह ही वे भी बोलने में उस्ताद हैं. वे हर बात सोच-समझकर बोलते हैं. लेकिन कप्तान कोहली अपनी टीम में बात मानने वाले लोगों की पसंद करते हैं.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को हार से बचाया था
उम्मीद करनी चाहिए कि अश्विन के साथ उनकी कोई तकरार तो नहीं है. साथ ही यह भी प्रार्थना करनी चाहिए कि मैच आगे बढ़ने के साथ पिच न टूटे. क्योंकि ऐसा होता है तो कप्तान के पास उस पिच के लायक खिलाड़ी नहीं होगा. वह ड्रेसिंग रूम में बैठा होगा और यह अच्छी बात नहीं होगी. अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद कहा था कि उन्हें प्लेइंग इलेवन में तभी मौका मिला जब रवींद्र जडेजा को चोट लग गई थी. अगर ऐसा नहीं होता तो शायद वहां पर भी वे नहीं खेल पाते. इस तरह से उन्होंने सरेआम अपने मन की बात बताई थी. उस दौरे पर अश्विन ने भले ही विकेट की ढेरी नहीं लगाई थी लेकिन स्टीव स्मिथ का जरूरी विकेट लेकर भारत को राहत दिलाई थी. साथ ही सिडनी टेस्ट में कमर में दर्द के बावजूद बैटिंग की थी. इसके जरिए उन्होंने टेस्ट ड्रॉ कराने में अहम रोल निभाया था.