वनडे सीरीज से नाम वापस ले सकते है विराट कोहली, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे कप्तानी छोड़ने से भी किया था इंकार
माना जा रहा है कि रेड बॉल और व्हाइट क्रिकेट में अलग-अलग कप्तानी विराट कोहली को अपने बल्लेबाजी फॉर्म को ठीक करने में मदद करेगी। कोहली नवंबर 2019 से किसी भी फॉर्मेट में शतक बनाने में विफल रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने बुधवार यानी 9 दिसंबर 2021 को व्हाइट बॉल क्रिकेट में विराट कोहली को कप्तान के पद से हटाने का फैसला किया। सेलेक्टर्स ने रोहित शर्मा को टी20 के साथ वनडे टीम की कमान भी सौंप दी।
रोहित शर्मा दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले वनडे टीम का भी कार्यभार संभालेंगे। रोहित शर्मा टेस्ट में विराट कोहली के डिप्टी (नायब) भी होंगे। अजिंक्य रहाणे को उनकी खराब फॉर्म के कारण उप-कप्तानी पद से हटा दिया गया। अब खबर आ रही है कि विराट कोहली दक्षिण अफ्रीका में रोहित शर्मा की अगुआई में वनडे सीरीज में खेलने से मना कर सकते हैं।
टेलिग्राफ की खबर के मुताबिक, जब मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा और उनके दो सहयोगियों ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज जीत के बाद मुंबई में विराट कोहली से मुलाकात की थी तो वह एकदिवसीय टीम की कमान छोड़ने के इच्छुक नहीं थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, कोहली के साथ चर्चा मुख्य रूप से दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट टीम के आसपास केंद्रित थी। हालांकि, जब एकदिवसीय कप्तानी का मामला सामने आया तो उन्हें बिना किसी लाग-लपेट के कहा गया है कि उन्हें वनडे की कप्तानी छोड़ देनी चाहिए।
दरअसल, सफेद गेंद क्रिकेट में दो कप्तानों का होना समझदारी नहीं थी, लेकिन कोहली ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था। अब इस बात की प्रबल चर्चा है कि कोहली दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट के बाद होने वाली तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज के लिए खुद को अनुपलब्ध बता सकते हैं।
जनवरी 2017 में पदभार संभालने के बाद से कोहली का सीमित ओवर फॉर्मेट में आईसीसी का कोई भी टूर्नामेंट नहीं जीत पाना, उनके खिलाफ गया। कोहली के नेतृत्व में, भारत 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में उपविजेता रहा। साल 2019 में 50 ओवर के विश्व कप में सेमीफाइनल में हार गया। पिछले महीने उन्होंने कप्तान के रूप में अपना एकमात्र टी20 विश्व कप खेला। उस टूर्नामेंट में ग्रुप चरण के बाद भारत का अभियान समाप्त हो गया।
ऐसे में साल 2023 में भारत में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप के कारण चयनकर्ता कोई जोखिम नहीं लेना चाहते थे। वे 'कंटीन्यूटी फैक्टर' को ध्यान में रखते हुए रोहित शर्मा को अपनी नई भूमिका में ढलने के लिए पर्याप्त समय देना चाहते थे।
माना जा रहा है कि रेड बॉल और व्हाइट क्रिकेट में अलग-अलग कप्तानी विराट कोहली को अपने बल्लेबाजी फॉर्म को ठीक करने में मदद करेगी। कोहली नवंबर 2019 से किसी भी फॉर्मेट में शतक बनाने में विफल रहे हैं। वह लंबे समय क्रिकेट खेलने के कारण कई बार वर्कलोड मैनेजमेंट का हवाला भी दे चुके हैं।