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दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने अपने सुनहरे करियर में कई यादगार उपलब्धियां हासिल की और कुछ बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए

Kajal Dubey
24 Dec 2021 12:58 PM GMT
दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने अपने सुनहरे करियर में कई यादगार उपलब्धियां हासिल की और कुछ बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए
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हरभजन ने अपने सुनहरे करियर में कई यादगार उपलब्धियां हासिल कीं और कुछ बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया. हरभजन सिंह ने भारत के लिए 365 मुकाबलों में भाग लेकर 707 विकेट अपने नाम किए. हरभजन ने अपने सुनहरे करियर में कई यादगार उपलब्धियां हासिल कीं और कुछ बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए.

आइए जानते हैं भज्जी के पांच बड़े धमाकेदार प्रदर्शन के बारे में -
1. टेस्ट हैट्रिक: टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले का अनोखा कारनामा करने वाले हरभजन सिंह पहले भारतीय गेंदबाज हैं. मार्च 2001 में भज्जी ने भारतीय क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले ईडन गार्डन्स मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक ली थी. उन्होंने इस दौरान रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट और शेन वॉर्न को अपना शिकार बनाया था. भज्जी के बाद साल 2006 में इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में हैट्रिक ली थी. वहीं, सितंबर 2019 में जसप्रीत बुमराह ने वेस्टइंडीज के खिलाफ हैट्रिक बनाई थी.
2. पाकिस्तान के खिलाफ सिक्स: साल 2010 में भारत-पाक के बीच के बीच दांबुला में खेले गए एशिया कप मुकाबले को कौन भूल सकता है. पाकिस्तान ने उस मुकाबले में पहले बैटिंग करते हुए 267 रन बनाए थे. जवाब में हरभजन सिंह ने 50वें ओवर में मोहम्मद आमिर की पांचवीं गेंद पर सिक्सर जड़कर भारत को जीत दिला दी थी. हरभजन के लिए यह काफी विशेष पल था क्योंकि 49वें ओवर में भज्जी और शोएब अख्तर के बीच जमकर कहासुनी हुई थी.
3. लगातार दो टेस्ट शतक: हरभजन सिंह भारत की ओर से पहले ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बैक टू बैक टेस्ट शतक लगाए हैं. साल 2010 में हरभजन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में यह कारनामा किया था. हभजन ने अहमदाबाद टेस्ट में भारत की दूसरी पारी में 193 गेंदों पर 115 रनों की पारी खेली थी, जो उनके टेस्ट करियर का पहला शतक था. फिर हैदराबाद टेस्ट में भारत की पहली पारी में भी हरभजन ने नाबाद 111 रन बना डाले थे. हरभजन इसके बाद टेस्ट क्रिकेट में कोई शतक नहीं बना सके.
4. तीन मैचों की सीरीज में 32 विकेट: हरभजन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2000-01 में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 32 विकेट चटकाए थे. वह तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में सबसे अधिक विकेट लेने वाले स्पिनर बन गए थे. वर्ल्ड क्रिकेट में कोई दूसरा स्पिनर तीन टेस्ट की सीरीज में 32 से अधिक विकेट नहीं ले सका हैं. हरभजन के बाद श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन का नाम आता है, जिन्होंने तीन टेस्ट की सीरीज में 30 विकेट अपने नाम किए थे.
5. इंग्लैंड के खिलाफ दो बार पांच विकेट: हरभजन सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे इंटरनेशनल में अपनी फिरकी का जादू दिखाते हुए दो मौकों पर पांच विकेट चटकाए थे. सबसे पहले उन्होंने साल 2002 में वानखेड़े स्टेडियम में 43 रन देकर पांच अंग्रेज बल्लेबाजों को शिकार बनाया था. इसके बाद साल 2006 की वनडे सीरीज के दौरान भज्जी ने दिल्ली में 31 रन देकर पांच विकेट चटकाए थे.


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