खेल
गांगुली की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड जैसी दिग्गज टीमों को भी हराया
Apurva Srivastav
8 July 2023 4:28 PM GMT

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भारतीय क्रिकेट ने अब तक कई महान कप्तान देखे हैं, जिनमें से एक हैं सौरव गांगुली। साल 2000 में जब भारतीय टीम फिक्सिंग के जाल में फंस गई तो गांगुली कप्तान बने और टीम को इस अंधेरे से बाहर निकाला. सौरव गांगुली आज अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस खास दिन पर बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली के फैंस लगातार उन्हें सोशल मीडिया के जरिए बधाई देते नजर आ रहे हैं.
सौरव गांगुली के अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत साल 1992 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे डेब्यू से हुई थी. इसके बाद गांगुली को अगले मौके के लिए काफी लंबा इंतजार करना पड़ा। साल 1996 में इंग्लैंड दौरे पर गांगुली को टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला और उन्होंने पहले ही टेस्ट में शतक जड़कर सभी को अपने बारे में अंदाजा दे दिया। गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया को भी उसके घर में हराना शुरू किया.
1999 वर्ल्ड कप में 183 रन की रिकॉर्ड पारी खेली थी
1999 वनडे विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ मैच में सौरव गांगुली के बल्ले से 183 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली गई थी। गांगुली की 158 गेंदों पर 183 रनों की पारी तब विश्व कप इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी पारी थी।
साल 2000 में जब सौरव गांगुली को टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया तो टीम बदलाव के दौर से गुजर रही थी. इसमें वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, मोहम्मद कैफ और जहीर खान जैसे अहम खिलाड़ियों समेत कई नए युवा खिलाड़ी शामिल थे. गांगुली ने अपनी कप्तानी में ना सिर्फ सभी को मौका दिया बल्कि उन्हें एक बड़ा स्टार खिलाड़ी भी बनाया. 2002 में गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया ने पहली बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती। उसी साल टीम इंडिया को लॉर्ड्स में सौरव गांगुली की धमक भी देखने को मिली, क्योंकि नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को उसी के घर में रोमांचक मुकाबले में हरा दिया था। यहीं से फैंस को मैदान पर टीम इंडिया का बेखौफ अंदाज नजर आने लगा.
ऑस्ट्रेलियाई टीम को कड़ी टक्कर दी और उनकी जीत का सिलसिला रोक दिया
90 के दशक के बाद से किसी भी टीम के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम का सामना करना और उसे हराना आसान काम नहीं है, लेकिन भारतीय टीम ने यह कर दिखाया है। सौरव गांगुली के नेतृत्व में जब टीम 4 मैचों की सीरीज खेलने ऑस्ट्रेलिया पहुंची तो टेस्ट सीरीज में 1 मैच जीतने में कामयाब रही. इस विदेशी दौरे को देखते हुए उस वक्त टीम इंडिया के लिए यह बड़ी जीत मानी गई थी. इसके अलावा घरेलू मैदान पर भी गांगुली के नेतृत्व में टीम इंडिया ने लगातार 16 टेस्ट जीतकर ऑस्ट्रेलियाई टीम के विजयी रथ को रोकने का काम किया.
रिटायरमेंट के बाद उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर अहम जिम्मेदारियां संभालीं
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद सौरव गांगुली ने क्रिकेट प्रशासक के रूप में अपनी जिम्मेदारियां संभालीं। इसमें वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्तमान में, वह आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं
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