Tokyo Paralympics: भारत जीती हुई बाजी हारा, विनोद कुमार ने गंवा दिए कांस्य पदक
टोक्यो पैरालिंपिक खेलों (Tokyo Paralympics 2020) में डिस्कस थ्रो में विनोद कुमार (Vinod Kumar) ने कांस्य पदक गंवा दिया है. उनकी बीमारी को क्लासिफिकेशन निरीक्षण में 'अयोग्य' पाया गया है. उन्होंने पुरुषों की एफ52 चक्का फेंक स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल किया था. लेकिन इसके बाद दूसरे प्रतियोगियों की ओर से उनके इस कैटेगरी में शामिल होने पर सवाल खड़े किए गए थे. इवेंट के बाद नतीजे को होल्ड पर रखा गया था.
बीएसएफ के 41 साल के जवान ने 19.91 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो से तीसरा स्थान हासिल किया था. वह पोलैंड के पियोट्र कोसेविज (20.02 मीटर) और क्रोएशिया के वेलिमीर सैंडोर (19.98 मीटर) के पीछे रहे जिन्होंने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक अपने नाम किए. एफ52 स्पर्धा में वो एथलीट हिस्सा लेते हैं जिनकी मांसपेशियों की क्षमता कमजोर होती है और उनके मूवमेंट सीमित होते हैं, हाथों में विकार होता है या पैर की लंबाई में अंतर होता है जिससे खिलाड़ी बैठकर प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेते हैं. रीढ़ की हड्डी में चोट वाले या ऐसे खिलाड़ी जिनका कोई अंग कटा हो, वे भी इसी वर्ग में हिस्सा लेते हैं.