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Tokyo Olympics: विनेश फोगाट मेडल की रेस से बाहर, जाने क्यों हुआ ऐसा?
Shantanu Roy
5 Aug 2021 10:31 AM GMT
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पदक की प्रबल दावेदार विनेश फोगाट को महिला 53 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा कालादजिन्सकाया ने चित करके उलटफेर करते हुए स्वर्ण पदक की दौड़ से बाहर कर दिया. और अब भारतीय पहलवान प्रतियोगिता से बाहर हो गई, क्योंकि बेलारूस की वेनेसा फाइनल में नहीं जा पाईं. वह सेमीफाइनल में हार गईं. इससे विनेश को कांस्य के लिए रेपचेज राउंड में जाने का मौका नहीं मिला. इसके साथ ही विनेश फोगाट का ओलंपिक अभियान एक और दिल तोड़ने वाली हार के साथ खत्म हो गया.
विनेश के पास वेनेसा के मजबूत रक्षण का कोई जवाब नहीं था. वेनेसा ने इसके साथ ही इस साल युक्रेन में भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ इसी तरह की शर्मनाक हार का बदला चुकता कर दिया. विनेश ने तब वेनेसा को गिराकर 'बाय फॉल' से जीत दर्ज की थी. यूरोपीय चैम्पियन वेनेसा ने अपनी रणनीति को काफी अच्छी तरह लागू किया और विनेश उनके रक्षण को भेदकर अंक जुटाने में नाकाम रहीं.
अंक जुटाने में विफल रहने के बाद शीर्ष वरीय विनेश ने धैर्य खो दिया. यहां तक कि जब विनेश ने वेनेसा को पीछे से पकड़ा तो भी वह अच्छी स्थिति में होने के बावजूद विरोधी पहलवान के घुटनों के बल बैठाने में नाकाम रहीं.
विनेश ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन वेनेसा के रक्षण को नहीं तोड़ पाईं. यहां तक कि विनेश विरोधियों को चित करने वाले अपने पसंदीदा 'डबल लैग' आक्रमण के साथ भी अंक नहीं जुटा पाईं.
रियो ओलंपिक में विनेश क्वार्टर फाइनल में चीन की सुन से हार गई थीं. इस मुकाबले में विनेश के पैर के चोट लगी थी और उन्हें स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया था.
विनेश ने पहले दौर में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और विश्व चैम्पियनशिप की छह बार की पदक विजेता स्वीडन की सोफिया मेगडालेना मैटसन को हराया. विनेश ने डिफेंस को आक्रमण में बदलने का शानदार नजारा पेश किया. भारत की 26 साल की पहलवान ने स्वीडन की खिलाड़ी को 7-1 से हराया. विनेश ने 2019 विश्व चैम्पियनशिप में भी मैटसन को हराया था.
मैटसन ने जब भी विनेश के दाएं पैर पर हमला किया जो भारतीय पहलवान ने पलटवार करते हुए अंक जुटाए. भारतीय खिलाड़ी ने पूरे मुकाबले के दौरान जज्बा बनाए रखा और विरोधी पहलवान को चित करने का मौका भी बनाया, लेकिन स्वीडन की खिलाड़ी इससे बचने में सफल रही.
विनेश ने 2019 विश्व चैम्पियनशिप के अपने पहले दौर के मुकाबले में मैटसन को हराया था. भारतीय पहलवान ने विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक के साथ तोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल किया था.
हालांकि युवा अंशु मलिक 57 किग्रा वर्ग में रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता रूस की वालेरा कोबलोवा के खिलाफ रेपचेज मुकाबले में 1-5 की हार के साथ पदक की दौड़ से बाहर हो गईं.
Shantanu Roy
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