पूर्व भारतीय कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। कोलकाता के बेहला में 8 जुलाई 1972 को जन्में गांगुली ने भारतीय क्रिकेट टीम को विदेशों में जीतना सिखाया था और अपनी बल्लेबाजी तथा कप्तानी के दम पर टीम इंडिया को अलग मुकाम पर ले गए। लेकिन क्या आप जानते हैं गांगुली क्रिकेटर नहीं फुटबाॅलर बनना चाहते थे।
सबसे सफल भारतीय कप्तानों में शुमार गांगुली ने इस बारे में खुद जानकारी देते हुए कहा था कि फुटबॉल मेरी जिंदगी थी और वही बनने की ओर अग्रसर थे। 9वीं कक्षा तक गांगुली काफी अच्छा फुटबाॅल खेलने लगे थे लेकिन यह संयोग ही था कि वह क्रिकेटर बने। गांगुली को क्रिकेटर बनाने के पीछे उनके पिता का हाथ रहा जो कि बंगाल क्रिकेट संघ में काम करते थे और उन्ही के चलते वह फुटबॉल छोड़कर क्रिकेटर बनें। गांगुली ने बताया था कि एक बार गर्मी की छुट्टी के दौरान मेरे पिता (दिवंगत चंडी) ने मुझसे कहा कि तुम घर जाकर कुछ नहीं करोगे और मुझे एक क्रिकेट अकैडमी में डाल दिया।
गांगुली ने बताया था कि क्रिकेट अकैडमी ज्वाइन करने के बाद भी उन्होंने फुटबॉल खेलना जारी रखा। लेकिन क्रिकेट कोच के चलते इसे पूरी तरह से बंद करना पड़ा। उन्होंने कहा था कि मुझे नहीं पता कि मेरे कोच ने मुझमें क्या देखा, उन्होंने मेरे पिता से कहा कि वह मुझे फुटबॉल से दूर करे। इसलिए मैं क्रिकेट में उतर गया।'