कप्तान रोहित शर्मा की 60 रनों की शानदार पारी की वजह से भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में वेस्टइंडीज को 6 विकेट से हरा दिया. वेस्टइंडीज के 177 रनों के जवाब में भारतीय टीम ने 28 ओवरों में ही चार विकेट गंवाकर 178 रन बनाए, जिससे उन्हें 1000वें वनडे में जीत मिली. भले ही रोहित शर्मा ने इस मैच में 60 रनों की पारी खेली, लेकिन असली मैच विनर तो कोई और ही था. इस सीरीज में रोहित शर्मा पहली बार परमानेंट कप्तान के तौर पर खेल रहे थे, जबकि विराट कोहली बतौर बल्लेबाज खेल रहे थे. विराट कोहली अब किसी भी फॉर्मेट में भारत के कप्तान नहीं हैं.
6 महीने से बाहर बैठा था ये खिलाड़ी
वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे मैच में एक ऐसे खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन (Playing 11) में खेलने का मौका मिला, जो 6 महीने तक विराट कोहली की कप्तानी में वनडे टीम से बाहर चल रहा था. युजवेंद्र चहल ही वो खिलाड़ी हैं, जो 6 महीने कोहली की कप्तानी में टीम से बाहर रहने के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी में खेले और अपने दम पर मैच भी जिता दिया. रोहित शर्मा ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के वनडे करियर को एक बार फिर से जिंदा कर दिया.
बना गया रोहित का सबसे बड़ा हथियार
रोहित शर्मा की कप्तानी में आते ही युजवेंद्र चहल ने कमाल कर दिया. युजवेंद्र चहल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे मैच में 4 विकेट लेकर मेहमान टीम की कमर तोड़ दी. युजवेंद्र चहल को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया. युजवेंद्र चहल के वनडे में 100 विकेट पूरे हो गए हैं. इससे पहले भारतीय लेग स्पिनरों में सिर्फ अनिल कुंबले ही वनडे क्रिकेट में 100 से ज्यादा विकेट ले सके हैं. अब चहल देश के दूसरे लेग स्पिनर बन गए हैं, जिनके खाते में 100 से ज्यादा वनडे विकेट हैं.
बुरे दौर के बाद वापसी कर रहा ये खिलाड़ी
साल 2021 युजवेंद्र चहल के लिए अच्छा नहीं रहा. आईपीएल के पहले फेज में खराब प्रदर्शन के चलते युजवेंद्र चहल को टी20 वर्ल्ड कप टीम में शामिल नहीं किया गया था. युजवेंद्र चहल के लिए टीम इंडिया में वापसी करना मुश्किल हो गया था, क्योंकि राहुल चाहर और वरुण चक्रवर्ती जैसे स्पिनरों को उन पर तरजीह दी जाती थी. राहुल चाहर, अश्विन और वरुण चक्रवर्ती के फ्लॉप होने के बाद एक बार फिर युजवेंद्र चहल को मौका दिया गया.