दरअसल, आज ही के दिन यानी 9 अक्टूबर को साल 2010 में चेतेश्वर पुजारा ने अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला था। पुजारा ने 9 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में डेब्यू किया था। इस तरह पुजारा ने अपने इंटरनेशनल करियर में एक दशक पूरा कर लिया है। उस मैच की बात करें तो उन्होंने पहली पारी में सिर्फ 4 रन बनाए थे, जबकि दूसरी पारी में वे 72 रन बनाकर आउट हुए थे और भारत ने 7 विकेट से मैच जीता
चेतेश्वर पुजारा ने ट्वीट करते हुए लिखा है, "सचमुच एक भारतीय क्रिकेटर के रूप में 10 वर्ष पूरे करने का सौभाग्य और आशीर्वाद मिला। अपने पिता की चौकस निगाहों के नीचे उन तमाम सालों पहले राजकोट में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। मैंने कभी सोचा भी नहीं होगा कि यह सफर मुझे यहाँ तक ले आएगा। समर्थन और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मैं टीम के लिए और अधिक योगदान करने के लिए तत्पर हूं! और हां, संयोगवश, आज पत्नी का जन्मदिन भी होता है, इसलिए पूजा ने सुनिश्चित किया कि मैं इस तारीख को कभी नहीं भूलूंगा।"
Truly privileged and blessed to have completed 10 yrs as an Indian cricketer 🇮🇳 🙏.
— cheteshwar pujara (@cheteshwar1) October 9, 2020
Growing up playing cricket in Rajkot all those years back, under the watchful eyes of my father, I would never have imagined the journey would bring me here....(continued...)
भारतीय टेस्ट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने इंटरनेशनल क्रिकेट में एक दशक पूरा करने पर अपने प्रशंसकों और इन सभी वर्षों के दौरान उनके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया है, क्योंकि वह टेस्ट प्रारूप में राष्ट्रीय टीम के भरोसेमंद नंबर तीन बल्लेबाज बन गए हैं। 32 साल के चेतेश्वर पुजारा के लिए साल 2018 का ऑस्ट्रेलिया दौरा सबसे यादगार रहा, जहां उन्होंने भारत को 71 साल में अपनी पहली (2-1) टेस्ट सीरीज़ जीत दिलाने में मदद की और खुद 500 से ज्यादा रन बनाने में कामयाब रहे थे।