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ये है भारत के खिलाफ रॉस टेलर के रिकॉर्ड्स, जानिए क्यों हैं खतरा नंबर-वन

Khushboo Dhruw
26 May 2021 6:27 PM GMT
ये है भारत के खिलाफ रॉस टेलर के रिकॉर्ड्स, जानिए क्यों हैं खतरा नंबर-वन
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भारत और न्यूज़ीलैंड की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में 18 जून से आमने-सामने होंगी

भारत और न्यूज़ीलैंड (India vs New Zealand) की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (ICC World Test Championship Final) में 18 जून से आमने-सामने होंगी. यही दोनों टीम आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग्स में भी टॉप की टीम हैं. भारत पहले पायदान पर है और न्यूज़ीलैंड दूसरे. 2019 आईसीसी विश्व कप के सेमीफाइनल में भी इन्हीं दोनों टीमों की टक्कर हुई थी. तब न्यूज़ीलैंड ने भारत को हरा दिया था लेकिन वर्ल्ड चैंपियन बनने का उसका सपना पूरा नहीं हुआ. फाइनल में एक अजीबोगरीब नियम के तहत इंग्लैंड ने कप पर कब्जा किया. अब एक बार फिर ये दोनों टीम वर्ल्ड चैंपियन बनने का ख्वाब लेकर मैदान में उतरेंगी.

टीम इंडिया (Team India) के लिए इस बड़े मुकाबले में न्यूज़ीलैंड के मुकाबले चुनौतियां ज्यादा हैं. अव्वल तो न्यूज़ीलैंड की टीम पहले ही इंग्लैंड पहुंच चुकी है. जबकि भारतीय टीम 2 जून को इंग्लैंड रवाना होगी. यानी मौसम और मैदान दोनों को समझने में न्यूज़ीलैंड को ज्यादा सहूलियत होगी. इसके अलावा पिच के मिजाज के लिहाज से भी न्यूज़ीलैंड को ज्यादा फायदा है. खिलाड़ियों के लिहाज से भारत को सबसे बड़ा खतरा एक ऐसे अनुभवी खिलाड़ी से है जो पिछले 15 साल से न्यूज़ीलैंड की टीम के केंद्र में है. वो खिलाड़ी है- रॉस टेलर (Ross Taylor).
रॉस टेलर क्यों हैं खतरा नंबर-वन?
रॉस टेलर अपने अनुभव के अलावा अपनी बल्लेबाजी के अंदाज की वजह से भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं. दरअसल, भारतीय टीम साउथैंप्टन टेस्ट में इस फाइनल मैच के लिए दो स्पिन गेंदबाजों को लेकर उतरने का मन बना रही है. इस रेस में आर अश्विन और रवींद्र जडेजा सबसे आगे हैं. न्यूज़ीलैंड की टीम में अगर कोई एक बल्लेबाज इन दोनों गेंदबाजों की लाइन लेंथ बिगाड़ सकता है, तो वो रॉस टेलर ही हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि रॉस टेलर 'रिवर्स स्वीप' लगाने में माहिर हैं.
दुनिया के तमाम बड़े बल्लेबाज ऐसे हैं जो स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ यही रणनीति अपनाते हैं. मैथ्यू हेडेन, एडम गिलक्रिस्ट, ग्राहम गूच, माइक गैटिंग, एंडी फ्लावर जैसे बल्लेबाजों ने भारतीय स्पिनर्स के खिलाफ इसी शॉट से जमकर रन बटोरे हैं. स्पिन गेंदबाजों को सबसे ज्यादा खतरा ऐसे बल्लेबाजों से ही रहता है.
रॉस टेलर के साथ सबसे बड़ा मजबूत पक्ष ये है कि वो जितने सक्षम कट और पुल जैसे शॉट्स में हैं उतनी ही परिपक्वता के साथ वो 'रिवर्स स्वीप' भी लगाते हैं. आप टेस्ट क्रिकेट में रॉस टेलर के स्ट्राइक रेट पर भी नजर डालिए. वो करीब 60 की है. यानी रॉस टेलर क्रीज पर टिककर बल्लेबाजी करने के साथ साथ अच्छी गति से रन भी बनाते हैं. करीब डेढ़ साल से रॉस टेलर ने टेस्ट शतक नहीं लगाया है. आखिरी बार उन्होंने 2019 में इंग्लैंड के खिलाफ शतक लगाया था. इस इंतजार को खत्म करने के इरादे से ही वो फाइनल खेलने के लिए उतरेंगे.
भारत के खिलाफ रॉस टेलर के रिकॉर्ड्स
रॉस टेलर ने अब तक करीब 15 साल के टेस्ट करियर में 105 मैच खेले हैं. इसमें उन्होंने 7379 रन बनाए हैं. उनकी औसत 45.83 की है. उनके खाते में 19 शतक हैं. भारत के खिलाफ भी रॉस टेलर के आंकड़े अच्छे हैं. उन्होंने भारत के खिलाफ 14 टेस्ट मैच में 812 रन बनाए हैं. इसमें तीन शतक शामिल हैं. रॉस टेलर 37 साल से ज्यादा के हैं. कुछ कुछ चर्चाएं ऐसी भी हैं कि वो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बाद संन्यास का एलान कर सकते हैं. अभी इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा है. लेकिन उनकी उम्र को ध्यान में रखते हुए इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता है. ऐसे में रॉस टेलर की भी ख्वाहिश यही होगी कि वो वर्ल्ड चैंपियन का तमगा लेकर मैदान को अलविदा कहें. भारतीय टीम को उनसे सतर्क रहना होगा. न्यूज़ीलैंड की बल्लेबाजी के केंद्र में वही रहेंगे.


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