खेल

छक्‍के लगाने में माहिर है यह भारतीय बल्‍लेबाज, बोले-मेरे रिकॉर्ड की कोई बात नहीं करता

Apurva Srivastav
3 Jun 2021 6:45 PM GMT
छक्‍के लगाने में माहिर है यह भारतीय बल्‍लेबाज, बोले-मेरे रिकॉर्ड की कोई बात नहीं करता
x
भारत का ये क्रिकेटर छक्‍के लगाने में माहिर है

भारत का ये क्रिकेटर छक्‍के लगाने में माहिर है. इसके नाम एक ऐसा रिकॉर्ड भी दर्ज है जो संयुक्‍त रूप से भारत के सिर्फ चार और खिलाड़ी अपने नाम कर सके हैं. इस बल्‍लेबाज ने उम्र पर सवाल उठाने वाले लोगों को करारा जवाब दिया है और वो भी अपने प्रदर्शन से. लेकिन टीम इंडिया में लगातार नजरअंदाज किए जाने के बाद अब इस भारतीय क्रिकेटर (Indian Cricketer) का दर्द जुबां पर आ गया है. यही वजह है कि इस खिलाड़ी ने कहा है कि वो यहां मजे करने के लिए नहीं है बल्किटीम इंडिया में जगह बनाने के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहा है. लेकिन अगर उनका मोटिवेशन खत्‍म हो गया तो वो क्रिकेट छोड़ देंगे. ये खिलाड़ी शेल्‍डन जैकसन (Sheldon Jackson) हैं जो अपने निरंतर प्रदर्शन से लगातार छाप छोड़ रहे हैं.

हालांकि अब शेल्‍डन जैकसन ने क्रिकेटनेक्‍स्‍ट से बातचीत में कहा है कि रणजी ट्रॉफी दुनिया का सबसे मुश्किल प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट है. वो इसलिए क्‍योंकि हर हफ्ते आपको इसमें अलग तरह की पिच पर मैच खेलने होते हैं. इंग्‍लैंड, ऑस्‍ट्रेलिया और न्‍यूजीलैंड में आपको पता होता है कि वहां घरेलू टूर्नामेंट में बाउंस और सीम वाली पिचें ही खेलने को मिलेंगी. लेकिन भारत में आप एक वक्‍त पर कड़ाके की ठंड में सीमिंग ट्रैक पर खेलते हैं तो अगले ही हफ्ते राजकोट जैसी ऐसी पिच पर जहां सपाट ट्रैक पर गेंद जबरदस्‍त तरीके से घूमती है. इसके बाद अगले हफ्ते फिर से पिच अलग हो जाती है और आपको इसी के हिसाब से अपनी मानसिकता और तकनीक में बदलाव करने होते हैं.
…तो उसी वक्‍त खेल छोड़ दूंगा, मैंने लगाए हैं 100 से ज्‍यादा छक्‍के
शेल्‍डन जैकसन ने कहा, जब यहां लोग आपकी गर्दन पकड़ने के लिए तैयार हों कि आप 30 साल से ज्‍यादा के हो चुके हैं तो आपको अपनी मजबूत दावेदारी रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है. मैंने यही किया और यही करूंगा ताकि टीम इंडिया में चुना जा सकूं. सिर्फ इसलिए नहीं कि मैं खुद से कहूं कि मैं अपने करियर के इस मुकाम पर हूं. मजे करूंग और इसे खत्‍म कर दूंगा. नहीं, बल्कि अगर मुझे मोटिवेशन मिलना बंद हो जाएगा तो मैं उसी वक्‍त क्रिकेट छोड़ दूंगा. जैकसन ने साथ ही कहा कि मेरे नाम एक ऐसा रिकॉर्ड भी जिसके बारे में कोई भी बात नहीं करता. मैंने रणजी ट्रॉफी में 100 से ज्‍यादा छक्‍के लगाए हैं. एक ऐसे प्रारूप में जहां कम जोखिम की दरकार होती है, वहां मैंने ज्‍यादा जोखिम लिया है. इसका साफ मतलब है कि मेरे पास खेल तो है.
50 की औसत से बनाए 5 हजार से ज्‍यादा रन
बता दें शेल्‍डन जैकसन भारत के उन चार खिलाडि़यों में शामिल हैं जिन्‍होंने रणजी ट्रॉफी के चार सीजन में 750 से ज्‍यादा रन बनाए हैं. इनमें अभिनव मुकुंद, विनोद कांबली, शेल्‍डन जैकसन और अजय शर्मा शामिल हैं. सौराष्‍ट्र में जन्‍मे शेल्‍डन जैकसन ने 76 प्रथम श्रेणी मैचों में 49.42 की औसत से 5634 रन बनाए हैं. इनमें 19 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम 115 छक्‍के भी हैं. वहीं 60 लिस्‍ट ए मैचों में उनहोंने 37.42 के औसत और 7 शतक व 11 अर्धशतकों की मदद से 2096 रन बनाए हैं. 59 टी20 मैचों में उनके बल्‍ले से 25.83 की औसत से 1240 रन निकले हैं. इसमें एक शतक भी शामिल है.


Next Story