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जमैका के धावक हांसले पार्चमेंट में पदक जीतने का सपना लगभग टूट गया था लेकिन
जमैका के धावक हांसले पार्चमेंट में पदक जीतने का सपना लगभग टूट गया था लेकिन फिर एक लड़की ने फरिश्ता बन उनकी मदद की और अब इस घावक ने उस लड़की को ढूंढ़ निकाला है. हांसले अपनी 110 मीटर बाधा दौड़ वाले दिन गलत स्थान पर पहुंच गए थे. वह ओलिंपिक स्टेडियम की जगह एक्वेटिक सेंटर पहुंच गए थे. लेकिन फिर एक वॉलेंटियर ने उनकी मदद की और कुछ पैसे दिए जिससे वे टैक्सी पकड़ कर सही स्थान पर पहुंच सके. हांसले ने फिर इस इवेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था.
इस खिलाड़ी ने अब अपने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया है और उस लड़की का शुक्रिया अदा किया है. हांसले की पदक जीतने की संभावना उस समय खत्म हो गई थीं जब उन्हें पता चला था कि उन्होंने गलत कोच पकड़ लिया है और उनके पास इतना समय नहीं है कि वह ओलिंपिक विलेज के लिए वापस बस ले सकें और फिर स्टेडियम के लिए.
इस तरह मिली मदद
Always be kind to each other 🙌🏾 pic.twitter.com/j1XvHRta4G
— Hansle Parchment, OLY (@ParchmentHansle) August 7, 2021
अपने पोस्ट में हांसले ने बताया है कि उस दिन क्या हुआ था. उन्होंने कहा, "मैंने इस वॉलेंटियर को देखा और मुझे भीख सी मांगनी पड़ी क्योंकि जाहिर सी बात है उन्हें ज्यादा कुछ करने की अनुमति नहीं थी, लेकिन उन्होंने फिर मुझे कुछ पैसे दिए ताकि मैं टैक्सी ले सकूं और इस तरह मैं स्टेडियम में वार्म अप ट्रैक पर पहुंच सका. मेरे पास वार्म अप करने का काफी समय था. यह शानदार था."
पार्चमेंट उस दिन दूसरे स्थान पर रहे थे और फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहे थे. यहां उन्होंने विश्व चैंपियन ग्रांट हॉलोवे को पीछे छोड़ते हुए जीत हासिल की.
वॉलेंटियर ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
स्वर्ण पदक जीतने के बाद हांसले ने उस वॉलेंटियर लड़की को ढूंढ़ा और उन्हें धन्यवाद भी दिया साथ ही उनके पैसे भी वापस लौटाए. जब उस वॉलेटियर लड़की ने हांसले का स्वर्ण पदक देखा तो उस लड़की ने कहा, "सही में, आप ये जीते हो? हांसले ने जमैका टीम का एक ट्रैकसूट भी उन्हें गिफ्ट किया.
जमैका के मंत्री ने भेजा आमंत्रण
इस लड़की को शुक्रिया कहने के लिए जमैका के पर्यटन मंत्री एडमंड बार्टलेट ने उन्हें अपने देश बुलाया है. उन्होंने स्थानीय अखबार The Gleaner से बात करते हुए कहा, "मायने नहीं रखता कि वह पूरे विश्व में कहां हैं. उन्होंने हमारे खिलाड़ी के प्रति जो मदद की है हम उसके लिए उनका सम्मान करना चाहते हैं."
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