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वह चाहते हैं कि पृथ्वी मौजूदा पल का आनंद उठाएं
श्रीलंका के खिलाफ रविवार को खेले गए पहले वनडे में पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने जिस तरह की बल्लेबाजी की थी उसने सभी का ध्यान उनकी तरफ खींचा. इसी कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद जो लोग उनकी आलोचना कर रहे थे वह भी शॉ की तारीफ करने लगे. शॉ ने आते ही तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी की. वह हालांकि अर्धशतक पूरा नहीं कर सके और 43 रनों पर आउट हो गए. भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने कहा है कि पृथ्वी के कंधों पर ही उसी तरह का भार है जिस तरह का भारत के बाकी क्रिकेटरों पर होता है. वह चाहते हैं कि पृथ्वी मौजूदा पल का आनंद उठाएं.
मांजरेकर ने कहा कि शतक न बनाने का दबाव युवा बल्लेबाज पर आएगा. उन्होंने कहा कि भारत में खिलाड़ी अगर इस तरह की शुरुआत करते हैं तो उस पर शतक बनाने का दबाव होता है. मांजरेकर ने कहा कि शॉ ने बतौर सलामी बल्लेबाज जो प्रदर्शन किया उसने भारत को उस स्थिति में पहुंचा दिया था जहां से वो मैच नहीं हार सकती थी.
मैं उनके प्रदर्शन से खुश- मांजरेकर
मांजरेकर ने सोनी स्पोटर्स से कहा, "मुझे उम्मीद है कि हम उनके साथ वैसा नहीं करेंगे जैसा हम भारत में करते आए हैं, युवा खिलाड़ी पर यह कहकर दबाव बनाना कि वह शतक नहीं कर रहा है. उनके 43 रनों ने भारत को जीत की स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया था. वहां से भारत मैच नहीं हार सकती थी. मैं उनके 40-50 रन बनाने से और उनके स्ट्राइक रेट से खुश हूं, क्योंकि इसके बाद उनके पास काफी बल्लेबाजी थी. ऐसा लग रहा था कि वह ऐसा नहीं खेलेंगे."
वह बड़ी पारी खेलना शुरू कर देंगे
मांजरेकर ने कहा कि वह धीरे-धीरे बड़ी पारी खेलने लगेंगे. उन्होंने कहा, "धीरे-धीरे वह बड़ा स्कोर करना शुरू कर देंगे, लेकिन मुझे नहीं लगता कि उन पर दबाव बनाना चाहिए कि उन्हें अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलना चाहिए. अगर आप शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं और अच्छे खिलाड़ी हैं तो आप शतक बनाएंगे ही, लेकिन जीत जरूरी है."
Gulabi
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