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इन दो दिग्गजों ने अजिंक्य रहाणे के लिए बंद किए टीम के दरवाजे

Tara Tandi
6 Sep 2021 4:54 AM GMT
इन दो दिग्गजों ने अजिंक्य रहाणे के लिए बंद किए टीम के दरवाजे
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भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बुरी तरह नाकाम रहे. चार टेस्ट की सात पारियों में वे केवल 109 रन बना सके हैं. अजिंक्य रहाणे के बल्ले से केवल एक फिफ्टी निकली है. ओवल में चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में वे खाता भी नहीं खोल पाए जबकि यह पिच बल्लेबाजों की मददगार रही. यहां पर निचले क्रम के बल्लेबाजों ने आसानी से रन बनाए लेकिन रहाणे को यहां भी दिक्कत हुई. पहली पारी में भी वे केवल 14 रन बना सके थे. ऐसे में उनकी टीम इंडिया में जगह पर खतरा मंडरा रहा है. उन्हें बाहर किए जाने की मांग तेज हो चली है. आम क्रिकेट फैन के साथ ही एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि अभी रहाणे की जगह टीम में नहीं बन रही है. उन्हें बाहर किए जाना चाहिए. पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) और जहीर खान (Zaheer Khan) भी ऐसी ही राय रखते हैं. उनका कहना है कि रहाणे को अभी टीम इंडिया से ब्रेक देने और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में खेलने की जरूरत है.

वीवीएस लक्ष्मण ने ESPNCricinfo से बातचीत के दौरान कहा कि अभी अजिंक्य रहाणे किसी तरह की रिदम में नहीं हैं. इसलिए बेहतर है कि उन्हें अगले टेस्ट से रेस्ट दिया जाए. लक्ष्मण के अनुसार, 'रहाणे के ब्रेक देने की जरूरत है. मुझे नहीं पता कि भविष्य में उनके लिए क्या है. वह एक शानदार खिलाड़ी है और मेरा हमेशा मानना रहा है कि अच्छे खिलाड़ी टीम में वापस आ जाते हैं. लेकिन जिस तरह की फॉर्म और आत्मविश्वास उन्होंने दिखाया है और उनकी बॉडी लैंग्वेज जैसी रही है उसके हिसाब से वे भरोसे में नहीं लग रहे. दूसरी पारी में भी रवींद्र जडेजा को प्रमोट किया गया. इससे संदेश साफ है कि अभी टीम मैनेजमेंट को लगता है कि रहाणे अच्छी लय में नहीं हैं. उनका आत्मविश्वास कम है.'

लक्ष्मण ने अगले टेस्ट में अजिंक्य रहाणे की जगह हनुमा विहारी को शामिल करने की बात कही. उन्होंने कहा कि ओल्ड ट्रेफर्ड में होने वाले टेस्ट के लिए रहाणे की जगह विहारी को मौका मिलना चाहिए

जहीर बोले- अभी रहाणे को ठहरकर सोचने की जरूरत है

वहीं जहीर खान ने क्रिकबज़ से बात करते हुए कहा कि अभी रहाणे फॉर्म में नहीं हैं. ऐसे में उन्हें ठहरकर सोचना होगा और थोड़ा समय फर्स्ट क्लास क्रिकेट को देना होगा. बकौल जहीर, 'यह सब फॉर्म की बात है. आपको रुककर देखना, आंकलन करना होता है. साथ में कड़ी मेहनत करते हुए ही आगे बढ़ा जा सकता है. जरूरी है कि ऐसे खिलाड़ी को प्रेशर से हटाया जाए और सुधार का मौका दिया जाए. हम कहते हैं ना कि जितना दलदल से निकलने की कोशिश करते हैं उतने ही फंसते जाते हैं. ऐसे समय में तकनीकी पक्ष के साथ ही मानसिक दबाव भी काफी होता है. आप जितना ज्यादा इस तरह के हालात में होंगे उतने ही खराब स्कोर आपके नाम के आगे लिखे जाते हैं.'

उन्होंने आगे कहा,

जब कोई गजब की फॉर्म में होता है तो उसे ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने चाहिए. लेकिन जब आप संघर्ष कर रहे होते हैं तब जरूरी यह है कि कुछ कदम पीछे जाकर सब चीजों को बड़े दृष्टिकोण से देखना चाहिए. यदि आप फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलना चाहते हैं तो ऐसा करिए क्योंकि वहां दबाव कम होता है और आप नई चीजें कर सकते हैं.

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