इसी साल के आखिरी में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज होगी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जानी वाली प्रतिष्ठित एशेज सीरीज को लेकर पिक्चर अभी साफ नहीं हो पाई है. कोरोना और क्वारंटीन की वजह से यह सीरीज तय समय पर शुरू होगी या नहीं. इसपर अभी संशय की स्थिति है. इस बीच सोमवार को खबर आई कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) एशेज सीरीज को लेकर इस सप्ताह बैठक करेगा. सवाल यह है इंग्लैंड की टीम क्या सर्दी के मौसम में एशेज खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाएगी. इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ियों की यह चिंता है कि क्या वो अपने परिवार को इस दौरे पर लेकर आ सकते हैं या नहीं. तय शेड्यूल के अनुसार, एशेज सीरीज का पहला टेस्ट 8 दिसंबर से शुरू होगा और सीरीज 18 जनवरी को खत्म होनी है.
पांच मैचों की सीरीज खेलने के लिए इंग्लैंड को नवंबर के अंत में ऑस्ट्रेलिया रवाना होना है. मगर ऑस्ट्रेलियाई सरकार को कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बनाए गए कड़े क्वारंटीन और बायो-बबल नियमों की वजह से इंग्लिश खिलाड़ी खुश नहीं हैं. वो इसको लेकर अपनी आपत्तियां दर्ज करा चुके हैं. इंग्लिश खिलाड़ी चाहते हैं कि उन्हें अपने परिवार को भी साथ लाने की अनुमति दी जाए. मगर ऑस्ट्रेलियाई सरकार इसके लिए राजी नहीं हैं. इसी वजह से एशेज सीरीज पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.
दोनों टीमों के बीच जुबानी जंग
सीरीज को लेकर दोनों टीमों की ओर से जुबानी जंग भी जारी है. कुछ समय पहले इंग्लिश कप्तान जो रूट ने बिना परिवार के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने को लेकर खुश नहीं थे. इस पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने कहा था कि इंग्लैंड के कप्तान चाहे ऑस्ट्रेलिया आएं या नहीं, लेकिन सीरीज अपने तय समय पर शुरू होगी.
लगातार बायो-बबल में रहेंगे खिलाड़ी
इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कुछ खिलाड़ी, टी20 विश्व कप का भी हिस्सा हैं और वे अक्टूबर से ही यूएई में बायो-बबल में रहेंगे. फिलहाल के तय कार्यक्रम के अनुसार, इंग्लैंड के खिलाड़ी यूएई से सीधा ऑस्ट्रेलिया के लिए ही रवाना होंगे. यानी लगातार डेढ़ महीने तक खिलाड़ियों को कड़े बायो-बबल में रहना होगा. एशेज सीरीज आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर ऑस्ट्रेलियाई सरकार की ओर से परिवार को लाने की छूट नहीं मिलती है, तो इंग्लैंड के खिलाड़ी दौरे से अपना नाम वापस ले सकते हैं. खिलाड़ी अपने लिए दो सप्ताह के क्वारंटीन की उम्मीद कर रहे हैं. लेकिन वह अपने परिवार को इसमें शामिल करना नहीं चाहते.