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यूरो कप 2020 में इटली ने इंग्लैंड को पेनाल्टी शूटआउट में हराया और इंग्लैंड का 55 सालों बाद यूरो कप जीतने का सपना चकनाचूर कर दिया.
यूरो कप 2020 में इटली ने इंग्लैंड को पेनाल्टी शूटआउट में हराया और इंग्लैंड का 55 सालों बाद यूरो कप जीतने का सपना चकनाचूर कर दिया. हालांकि इस टूर्नामेंट का फाइनल जितना रोमांचक रहा उतना ही ज्यादा स्टेडियम में दर्शकों की अफरा-तफरी के लिए भी विवादित रहा.
दरअसल स्टेडियम में लगभग 2500 लोग बिना टिकट के घुस आए थे और इन फैंस ने कई लोगों की सीटों पर कब्जा भी कर लिया था जो वहां फाइनल देखने पहुंचे थे. कई वीआईपी फैंस भी इसके चलते प्रभावित हुए थे जिनमें एक एफवन खिलाड़ी भी शामिल हैं.
द सन वेबसाइट के मुताबिक, 21 साल के एफवन ड्राइवर को एक ग्रुप ने घेर लिया था जब वे अपनी जीटी सुपरकार से घर जाने की तैयारी कर रहे थे. एक शख्स ने उनका कॉलर पकड़ लिया था और दूसरे शख्स ने उनकी 40 लाख की रिचर्ड माइल घड़ी को छीन लिया.
नॉरिस की टीम मेक्लारेन ने इस घटना को कंफर्म किया है. इस स्टेटमेंट में लिखा था कि मैक्लारेन रेसिंग ये बात कंफर्म करती है कि नॉरिस यूरो 2020 फाइनल मैच में हुई एक घटना में शामिल थे और इस दौरान उनकी कीमती घड़ी को छीन लिया गया.
द सन वेबसाइट के साथ बातचीत में एक चश्मदीद ने बताया कि नॉरिस को पकड़ लिया गया था और एक झटके में उनकी घड़ी को भी खींच लिया गया. उस दौरान नॉरिस काफी हैरान-परेशान लग रहे थे. ये कहीं ना कहीं सिक्योरिटी में कमी के चलते हुआ है.
नॉरिस को हालांकि इस घटना के दौरान किसी तरह की चोट नहीं आई है. इस मैच के दौरान हालात कितने खराब थे इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इटली के मैनेजर रॉबर्टो मैनचिनी के बेटे की सीट तक पर कब्जा कर लिया गया था.
गौरतलब है कि पेनल्टी शूटआउट में इंग्लैंड की तरफ से हैरी केन, हैरी मैगुआर ने गोल किए लेकिन मार्कस रैशफॉर्ड, जेडन सांचो और बुकायो साका गोल नहीं कर पाए थे जिसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें बुरी तरह ट्रोल किया गया था.
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