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ओलिंपिक में मेडल जीतने वाली इकलौती भारतीय बॉक्सर, पुरुष टीम को मिला नया कोच
Shiddhant Shriwas
10 Oct 2021 7:36 AM GMT
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टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympic) में भारत की ओर से नौ बॉक्सर्स ने हिस्सा लिया था. हालांकि उसे केवल एक ही मेडल हासिल हुआ था
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympics) के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय मुक्केबाजी में बदलाव का दौर शुरू हो गया है. राष्ट्रीय महासंघ ने भी टोक्यो के प्रदर्शन को उम्मीदों से कमतर आंका था. पहले ही महिला टीम के हाई परफोरमेन्स निदेशक रैफेल बर्गमास्को के अनुबंध को आगे नहीं बढ़ाया गया. भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई) ने इस महीने की वर्ल्ड चैंपियनशिप से पहले सीए कुट्टप्पा की जगह सेना खेल संस्थान के नरेंद्र राणा को पुरुष टीम का मुख्य कोच नियुक्त करने का फैसला किया है.
इसके साथ ही पुरुषों के हाई परफार्मेंस निदेशक सैंटियागो नीवा के कार्यकाल को आगे बढ़ाने की संभावना काफी कम है. एशियन चैंपियनशिप के पूर्व कांस्य पदक विजेता और चार बार के राष्ट्रीय चैंपियन 49 वर्षीय राणा सेना खेल नियंत्रण बोर्ड के अनुभवी कोच रह चुके हैं. उन्होंने विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता अमित पंघाल और मनीष कौशिक को उनके करियर के विभिन्न चरणों में प्रशिक्षित किया है.
भारतीय बॉक्सिंग में कुट्टप्पा का है बड़ा नाम
वह पुणे में सेना खेल संस्थान (एएसआई) में कार्यरत हैं, जिसे एम सुरंजय सिंह, विकास कृष्ण, शिव थापा और एल देवेंद्रो सिंह जैसे प्रतिभा की खोज करने का श्रेय दिया जाता है. कुट्टप्पा ने पीटीआई से इस बात की पुष्टि की. उन्होंने कहा, 'हां, राणा मेरी जगह लेंगे. मैं मुख्य कोच नहीं रहूंगा लेकिन कोचिंग स्टाफ का हिस्सा बना रहूंगा.' महिला टीम के मुख्य कोच मोहम्मद अली कमर को भी बदला जा सकता है.
टोक्यो ओलिंपिक में भारत ने मुक्केबाजी में अब तक का सबसे बड़ा दल भेजा था जिसमें पांच पुरुष और चार महिला खिलाड़ी शामिल थे. इसमें सिर्फ लवलीना बोरगोहेन ही कांस्य पदक हासिल कर सकी. यह इन खेलों में पिछले नौ वर्षों में मुक्केबाजी में देश का पहला पदक थाय भारतीय मुक्केबाजों ने ओलंपिक से पहले अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन किया था जिससे इन खेलों में उनसे अधिक पदकों की उम्मीद थी.
2018 से टीम के कोच थे कुट्टप्पा
कुट्टप्पा ने 2018 में पुरुष टीम के मुख्य कोच का पदभार संभाला था. वह द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता हैं और उनके राष्ट्रीय टीम के सहायक स्टाफ रहते हुए विजेंदर सिंह ने 2008 बीजिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था. नीवा को 2017 में नियुक्त किया गया था और टीम के साथ निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए उनके करार को विश्व चैंपियनशिप तक बढ़ाया गया था. महासंघ के एक सूत्र ने कहा, 'इस बात की संभावना अधिक है कि उनके अनुबंध को आगे नहीं बढ़ाया जाये.' विश्व चैम्पियनशिप 24 अक्टूबर से सर्बिया के बेलग्रेड में शुरू होगी। भारतीय टीम में एशियाई पदक विजेता दीपक कुमार (51 किग्रा), शिव थापा (63.5 किग्रा) और संजीत (92 किग्रा) शामिल हैं. टूर्नामेंट में बस कुछ ही दिन बाकी हैं लेकिन अभी भी यह स्पष्ट नहीं है कि 20 अक्टूबर को मुक्केबाजों के रवाना होने से पहले राष्ट्रीय शिविर कब शुरू होगा.
Shiddhant Shriwas
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