खेल
मैच अधिकारियों और सपोर्ट स्टाफ की उम्र सीमा 60 से बढ़ाकर 65 साल हो है : सचिव जय शाह
Ritisha Jaiswal
4 Dec 2021 3:37 PM GMT
x
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) को अंपायरों की किल्लत दूर करने के लिए फिर से उनकी उम्र सीमा बढ़ानी पड़ गई है
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) को अंपायरों की किल्लत दूर करने के लिए फिर से उनकी उम्र सीमा बढ़ानी पड़ गई है। सालभर पहले ही अंपायरों की उम्र सीमा 55 से बढ़ाकर 60 की गई थी। अब उसे और बढ़ाकर 65 कर दिया गया है। शनिवार को कोलकाता में हुई बीसीसीआइ की 90वीं सालाना आम बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक के बाद बीसीसीआइ के सचिव जय शाह की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि मैच अधिकारियों और सपोर्ट स्टाफ की उम्र सीमा 60 से बढ़ाकर 65 साल की गई है, हालांकि यह उनकी फिटनेस पर निर्भर करेगा। गौरतलब है कि मैच अधिकारियों में मुख्य रूप से मैच रेफरी, अंपायर, स्कोरर और वीडियो एनालिस्ट शामिल होते हैं। इनमें सबसे ज्यादा किल्लत अभी अंपायरों की है। बीसीसीआइ के पैनल में इस समय सिर्फ 143 अंपायर हैं। उम्र सीमा नही बढ़ाए जाने पर उनमें से कई अगले कुछ सालों में रिटायर हो जाते। बीसीसीआइ ने अंपायरों के लिए कमेटी गठित करने का भी एलान किया है।
आइपीएल से अगले साल जुड़ने जा रही अहमदाबाद टीम को खरीदने वाली कंपनी सीवीसी कैपिटल पर लगे आरोपों की जांच के लिए बीसीसीआइ ने एक पैनल का गठन किया है। बीसीसीआइ के सचिव जय शाह ने कोलकाता में बोर्ड की सालाना आम बैठक के बाद इसकी जानकारी दी। गौरतलब है कि अहमदाबाद टीम को लेकर काफी विवाद हुआ था। इस टीम को सीवीसी कैपिटल ने 5,625 करोड़ रुपये में खरीदा था। कंपनी को लेकर कई बातें सामने आई थीं। उसपर कई विदेशी सट्टेबाज कंपनियों के साथ संबंध के आरोप हैं। अब बीसीसीआइ ने अहम फैसला लेते हुए पैनल का गठन किया है, जो इस पूरे मामले की जांच करेगा। शाह ने आगे बताया कि बीसीसीआइ द्वारा नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) के प्रमुख के पद के लिए जल्द विज्ञापन निकाला जाएगा। ऐसे में अगर पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण का नाम फाइनल होता है तो उन्हें इसके लिए आवेदन करना होगा। लक्ष्मण को सिर्फ इन कागजी प्रक्रियाओं से गुजरना होगा, जिसके बाद वह एनसीए की कमान संभालेंगे।
दिव्यांगों के लिए गठित होगी क्रिकेट कमेटी
सौरव गांगुली की अगुआई वाले बीसीसीआइ ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दिव्यांगों के लिए क्रिकेट कमेटी के गठन की घोषणा की है। यह डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल आफ इंडिया के प्रमुख जीके महंतेश के प्रयासों को बीसीसीआइ की तरफ मान्यता है। महंतेश ने नेत्रहीन क्रिकेटरों के लिए क्रिकेट एसोसिएशन आफ ब्लाइंड इन इंडिया का भी गठन किया है। बीसीसीआइ टूर्स, फिक्चर्स एंड टेक्नीकल कमेटी भी गठित करेगा।
उत्तर-पूर्वी राज्यों में क्रिकेट के विकास पर खास जोर
बीसीसीआइ ने उत्तर-पूर्वी राज्यों में क्रिकेट के विकास पर खास जोर देने का निर्णय लिया है। इसके अलावा पुडुचेरी, बिहार व उत्तराखंड में भी क्रिकेट संबंधी आधारभूत संरचना विकसित की जाएगी। बीसीसीआइ के अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक राज्य के क्रिकेट संघ के लिए 10 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। उन्हें इस फंड से अपने यहां इंडोर सुविधाएं विकसित करनी होगी।
बैठक के दौरान इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के गवर्निंग काउंसिल में बृजेश पटेल व एमकेजे मजुमदार प्रतिनिधि के तौर पर शामिल किए गए जबकि क्रिकेटर प्रज्ञान ओझा को आइपीएल गवर्निंग काउंसिल में इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि के तौर पर जगह मिली है।
Tagsबीसीसीआइ
Ritisha Jaiswal
Next Story