जनता से रिश्ता वेबडेस्क| जैसे गाड़ी का गियर बदलते हैं. श्रीलंकाई टीम उस रफ्तार से अपने कप्तान बदलती है. बीते कुछ सालों से तो इसमें और तेजी देखने को मिली है. श्रीलंकाई टीम लगभग हर दूसरी सीरीज में अपने कप्तान बदलती दिखी है. खासकर उसके वनडे कप्तानी में आए बदलावों की संख्या तो अब 10 तक आ पहुंची है. बीते 4 सालों में श्रीलंका ने अपने 10 वनडे कप्तान बदले हैं. टीम इंडिया के खिलाफ वनडे सीरीज में कमान संभालने जा रहे दसुन शनाका(Dasun Shanaka) 2017 के बाद से उसके 10वें कप्तान होंगे. टीम इंडिया के खिलाफ श्रीलंका के 10वें वनडे कप्तान का परफॉर्मेन्स कैसा होगा. ये जानने के लिए उसके पिछले 9 कप्तानों का रिपोर्ट कार्ड देखना बेहद जरूरी है. पिछले 9 कप्तानों ने श्रीलंका के लिए 79 मैचों में कप्तानी की है, जिसमें वो सिर्फ 22 में ही जीत दर्ज कर सके हैं. वहीं 54 मुकाबले उन्हें गंवाने पड़ रहे हैं.
उपल थरंगा ने साल 2017 में 17 वनडे में श्रीलंका की कमान संभाली. उन्होंने 15 वनडे गंवाए जबकि सिर्फ 1 में जीत दर्ज की. वहीं एक मुकाबला बेनतीजा रहा. थरंगा की तरह चमारा कपुगेदरा ने भी साल 2017 में श्रीलंकाई वनडे टीम की कमान संभाली. इन्होंने बस 1 वनडे में कप्तानी की, जो कि वो गंवा बैठे.
एंजलो मैथ्यूज 2017-18 में श्रीलंका के वनडे टीम के कप्तान रहे. इस दौरान उन्होंने 15 वनडे में कप्तानी की और सिर्फ 5 जीते जबकि 10 वनडे हारे. लसिथ मलिंगा ने 2017-19 के बीच 9 वनडे में कप्तानी की. और ये सभी उन्होंने गंवा दिए.
साल 2017 में थिषारा परेरा ने श्रीलंका की 3 वनडे में कमान संभाली, इनमें 1 वो जीते जबकि 2 हारे. वहीं दिनेश चंडीमल ने 2018 में 9 वनडे में कप्तानी की, जिसमें वो 4 जीते और 4 हारे, जबकि एक मुकाबला बेनतीजा रहा.
साल 2019 से 2021 के बीच श्रीलंका ने 3 वनडे कप्तानों का दौर देखा. करुणारत्ने, थिरामने, और कुषाल परेरा. करुणारत्ने ने 17 मैचों में कप्तानी की, जिसमें उन्होंने 10 जीते 7 हारे. थिरामने ने 2 वनडे में कप्तानी की और दोनों गंवाए. वहीं कुषाल परेरा 6 वनडे में कप्तान रहे, जिसमें वो सिर्फ 1 जीत सके.