टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया (Team India) के सबसे सफल कप्तानों की जब भी बात होती है तो विराट कोहली (Virat Kohli) का नाम सबसे ऊपर आता है. विराट की कप्तानी में टीम ने काफी शानदार प्रदर्शन किया था, कई खिलाड़ियों को टीम में मौका भी मिला, लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा भी है जिसका टेस्ट करियर विराट की कप्तानी में डूब गया था. ये खिलाड़ी 2018 से टेस्ट टीम से बाहर है और अब वापसी भी मुश्किल नजर आती है.
इस खिलाड़ी का डूबा टेस्ट करियर
टीम इंडिया में सेलेक्शन होना जितना मुश्किल माना जाता है, उससे कई गुना ज्यादा मुश्किल खुद को टीम में बरकरार रखना होता है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण 35 साल के शिखर धवन (Shikhar Dhawan) हैं. शिखर धवन को टीम इंडिया का बड़ा मैच विनर माना जाता था, लेकिन उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट विराट (Virat Kohli) की कप्तानी में खेला था. धवन काफी लंबे समय से भारतीय टेस्ट टीम में शामिल नहीं किए गए हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह उनका खराब प्रदर्शन रहा है. उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट साल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था.
टेस्ट टीम में वापसी करना मुश्किल
शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था. उन्होंने अपनी पहली ही पारी में 187 बनाकर धमाल मचा दिया था. लेकिन शिखर धवन की जगह अब टेस्ट टीम में केएल राहुल और मयंक अग्रवाल को ज्यादा मौके दिए जाते हैं. टेस्ट क्रिकेट में शिखर ने 34 मैच में 41 की औसत से 2300 से अधिक रन बनाए हैं, जिसमें इन्होंने शानदार 7 शतक लगाए हैं.
डेब्यू टेस्ट में धवन का रिकॉर्ड
टेस्ट में डेब्यू करते हुए पहले ही मैच में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड भारतीयों में ओपनर शिखर धवन के नाम ही है. धवन ने 14 मार्च 2013 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली टेस्ट 187 बनाकर ये बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया था. इस मैच में शिखर धवन (Shikhar Dhawan) की पारी के दम पर टीम इंडिया ने मुकाबला भी जीता था. टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराया था. टेस्ट के अलावा अब टी20 टीम में भी शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के लिए जगह बनाना मुश्किल हो गया है.