एजबेस्टन टेस्ट में भले ही टीम इंडिया को हार मिली और इंग्लैंड में 15 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया. लेकिन, 3 टी20 की सीरीज में टीम इंडिया ने धमाकेदार जीत से आगाज किया. भारत ने इंग्लैंड को पहले टी20 में 50 रन से हराया. भारत की जीत में हार्दिक पंड्या चमके. उन्होंने मैच में ऑलराउंड प्रदर्शन किया. अपने टी20 करियर की पहली फिफ्टी जड़ने के साथ 4 विकेट लेने का कारनामा किया. हार्दिक ऐसा करने वाले पहले भारतीय भी बने. उनके इस प्रदर्शन से भारतीय टीम मैनेजमेंट काफी खुश है. खुद पहला टी20 जीतने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने खुलकर यह बात कही.
रोहित शर्मा ने हार्दिक की तारीफ करते हुए कहा, "आईपीएल से लेकर अब तक उन्होंने जिस तरह से खुद को तैयार किया है, वह शानदार है. मैं जिस चीज से प्रभावित था, वह थी…उनकी गेंदबाजी. हार्दिक हमेशा से ही गेंद से टीम के लिए योगदान करना चाहते थे. उन्होंने इंग्लैंड के पहले टी20 में तेज गेंदबाजी की. वैरिएशन का बेहतर इस्तेमाल किया और उन्हें इसका इनाम मिला और हां, हमें उनकी बल्लेबाजी नहीं भूलनी चाहिए."
हार्दिक ने टी20 करियर की पहली फिफ्टी जड़ी
हार्दिक पहले टी20 में 9वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए उतरे थे. उस समय भारत का स्कोर 91/3 था. अगर इस दौरान एक-दो विकेट और गिर जाते तो मैच का रुख इंग्लैंड की तरफ मुड़ सकता था. हालांकि, हार्दिक ने सूर्यकुमार यादव के साथ 18 गेंद में 37 रन की पार्टनरशिप की. सूर्यकुमार यादव के आउट होने के बाद हार्दिक ने अक्षर पटेल के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंद में 45 रन जोड़ डाले. इस दौरान उन्होंने टी20 करियर का पहला अर्धशतक भी ठोका. इसके लिए उन्हें 6 साल से अधिक का इंतजार करना पड़ा. हार्दिक 33 गेंद में 51 रन बनाकर आउट हुए. उनकी इस पारी की बदौलत भारतीय टीम 198 रन का स्कोर बना पाई.
टी20 वर्ल्ड कप का सबसे बड़ा टेंशन दूर
इसके बाद उन्होंने गेंद से भी कमाल दिखाया और इंग्लैंड के चार खतरनाक बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई. हार्दिक ने जेसन रॉय, डेविड मलान, लियाम लिविंगस्टोन और सैम करेन जैसे खिलाड़ियों के विकेट हासिल किए. जो अकेले दम पर मैच का रुख पलटना जानते हैं. हार्दिक ने अपने कोटे के पूरे 4 ओवर फेंके और 33 रन देकर 4 विकेट लिए.
हार्दिक टीम इंडिया की सबसे बड़ी ताकत
इस साल ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप खेला जाना है और उसमें हार्दिक की भूमिका कितनी अहम होगी, यह किसी से छिपा नहीं है. उन्होंने जिस तरह इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 में गेंदबाजी की, अगर आगे भी यह सिलसिला बरकरार रहता है, तो भारतीय टीम का सबसे बड़ा टेंशन दूर हो जाएगा, क्योंकि वो बल्लेबाजी तो अच्छी करते हैं, लेकिन बीते 1 साल से पीठ की सर्जरी के कारण उनकी गेंदबाजी में पहले जैसी धार नजर नहीं आ रही थी.
यूएई में हुए पिछले टी20 विश्व कप में भी उन्होंने गेंदबाजी नहीं की थी. वो बतौर बल्लेबाज खेले थे और उसकी टीम इंडिया को कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी, यह बात सबको पता है. ऐसे में भारत के लिए पूरी तरह फिट और हिट हार्दिक कितने जरूरी हैं, इसका अंदाजा लगाना ज्यादा मुश्किल नहीं है. इसलिए इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 में उनकी बल्लेबाजी से ज्यादा उनकी गेंदबाजी से भारतीय टीम मैनेजमेंट खुश है.
अगर अगले दोनों टी20 में भी हार्दिक इसी तरह की गेंदबाजी करते हैं, तो टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम को उनके विकल्प की तलाश नहीं करनी पड़ेगी और प्लेइंग-XI में एक ऑलराउंडर के तौर पर उनकी मौजूदगी टीम के संतुलन के लिहाज से भी बेहद अहम साबित होगी.