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शिक्षण एक पेशा नहीं बल्कि कला है,अपने शिक्षकों का प्रशंसक हूं : महेंद्र सिंह धोनी ने कहा

Teja
9 Jan 2023 10:41 AM GMT
शिक्षण एक पेशा नहीं बल्कि कला है,अपने शिक्षकों का प्रशंसक हूं : महेंद्र सिंह धोनी ने कहा
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कासरगोड । भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने यहां मशहूर शिक्षाविद प्रोफेसर के के अब्दुल गफ्फार की आत्मकथा का विमोचन किया। धानी ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षण एक पेशा ही नहीं बल्कि कला है जिसमें आप छात्रों को अनुशासित करके तराशते हैं। धोनी ने यहां एक कार्यक्रम में प्रोफेसर गफ्फार की आत्मकथा 'अनजान साक्षी का विमोचन किया।

इसके साथ ही धोनी ने दुबई स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ मारवान अल मुल्ला को किताब की पहली प्रति उपहार में दी। विमोचन के अवसर पर धोनी ने कहा 'एक शिक्षक को अपने छात्रों को समझाने के लिए हर चीज सरल करनी होती है क्योंकि हर छात्र का समझने का स्तर अलग होता है और आपको सभी को समझाना होता है। मुझे लगता है कि यह एक पेशा ही नहीं बल्कि कला है। इसमें आप छात्रों को अनुशासित करके उनके मजबूत और कमजोर पक्ष बताते हैं। मैं हमेशा से अपने स्कूल के शिक्षकों का बड़ा प्रशंसक रहा हूं। उन्होंने कहा 'मैं कभी कॉलेज नहीं गया लेकिन मुझे लगता है कि मैने जीवन में अच्छा ही किया। वह इस किताब के विमोचन के लिए ही यहां आये थे।





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