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Sunil Gavaskar: आईसीसी की ओर से जुलाई के अंत में फ्यूचर टूर प्रोग्राम का कैलेंडर रिलीज किये जाने के बाद से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के कई पूर्व क्रिकेटर्स आईपीएल की आलोचना करते नजर आ रहे हैं. इन पूर्व क्रिकेटर्स ने आईपीएल पर विश्व क्रिकेट को कंट्रोल करने का आरोप लगाते हुए इसे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिये खतरा बताया है. इन आलोचनाओं के बीच अभी तक किसी भारतीय क्रिकेटर ने इस पर जवाब नहीं दिया लेकिन अब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कॉमेंटेटर सुनील गावस्कर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है.
गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड पर साधा निशाना
सुनील गावस्कर ने इन आलोचनाओं को आड़े हाथ लेते हुए इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया पर निशाना साधा है. उल्लेखनीय है आईपीएल को लेकर होने वाली आलोचनाओं को उस वक्त जोर मिलने लगा जब इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली फ्रैंचाइजियों ने अगले साल शुरू होने वाली कुछ नई टी20 लीग में टीमें खरीदी, जो कि इंग्लैंड की द हंड्रेड और ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग के आयोजन के समय से टकरा सकती है.
सुनील गावस्कर ने इन आलोचनाओं पर मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया सिर्फ अपने हितों पर ध्यान दें और भारतीय क्रिकेट में हो रहे कामों में दखल न दें. गावस्कर ने इन आलोचनाओं को रोने पीटने वाला बताया और कहा कि इन्होंने तभी से रोना शुरू कर दिया था जब साउथ अफ्रीका और यूएई लीग के आयोजन का ऐलान हुआ था.
अपनी देखो हमें मत सिखाओ कि क्या करना है
स्पोर्ट्सस्टार से बात करते हुए कहा,'मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि आप अपने क्रिकेट के हितों के बारे में जरूर सोचें लेकिन न तो हमारे क्रिकेट में दखल दें और न हमें बतायें कि क्या करना है. हम अपने हितों का ध्यान खुद रख लेंगे और उससे बेहतर ही करेंगे जो कि तुम लोग बता रहे हो. मुझे यह पढ़कर काफी हैरानी हुई कैसे आईपीएल को विलेन साबित करने की कोशिश की जा रही है और उसे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर में रुकावट बताया जा रहा है. जैसे ही साउथ अफ्रीकी और यूएई टी20 लीग के आयोजन की बात हुई इन पुरानी ताकतों की छाती पर सांप लोटने लगा और उन्होंने आईपीएल के खिलाफ अपने झंडे खड़े कर दिये.
ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड को सता रहा है डर
सुनील गावस्कर का मानना है कि नई टी20 लीग के आने से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को डर सता रहा है कि कहीं इनका शेड्यूल उनके टूर्नामेंट से न टकराये और पहले ही गिरती लोकप्रियता का शिकार इन लीग्स को और मुश्किलों का सामना न करना पड़ जाये. उन्होंने कहा,'ईसीबी ने द हंड्रेड के लिये उस वक्त एक विंडो तैयार की है जब इंग्लैंड क्रिकेट टीम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलती है. ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड के साथ भी यही है जो कि बिग बैश लीग का आयोजन कराता है, लेकिन अब उन्हें फिक्र है कि अगर इस दौरान यूएई और साउथ अफ्रीकी टी20 लीग मौजूद होंगी तो उनके खिलाड़ी घरेलू लीग को छोड़कर उसका हिस्सा बनने जा सकते हैं.'
गावस्कर ने आगे कहा कि एक वक्त था जब विश्व क्रिकेट में सिर्फ ये दो ताकतें थी और भारत को कोई भाव भी नहीं देता था, पैसा तो छोड़िये यहां दौरा करने के लिये भी ये टीमें दो दशक का समय लेती थी. अब यही क्रिकेट बोर्ड हर साल दौरा करने को तैयार होते हैं क्योंकि इन्हें पता है कि भारतीय टीम से उन्हें ज्यादा पैसे मिलते हैं जो कि उनकी आपसी सीरीज से भी ज्यादा कमाई है.
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