क्रिकेट वर्ल्ड में 'लिटिल मास्टर' के नाम से मशहूर द ग्रेट सुनील गावस्कर आज 73 साल के हो गए हैं। यह उनका क्रिकेट से जुड़ा प्यार ही है कि वह अब भी अलग-अलग तरह से क्रिकेट से जुड़े हैं। आज टेस्ट क्रिकेट में भले ही कई बल्लेबाजों के खाते में 10,000 रन हों लेकिन यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले बल्लेबाज सुनील गावस्कर ही रहे। उन्होंने ऐसे वक्त में यह मुकाम हासिल किया जब पिच बैटिंग फ्रेंडली नहीं हुआ करती थी।
पूरे करियर के दौरान बिना हेलमेट बल्लेबाजी करने वाले गावस्कर, गेंदबाजों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं थे। 16 साल के लंबे करियर में उन्होंने 233 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 13,214 अंतर्राष्ट्रीय रन बनाए। आइए उनके जन्मदिन के मौके पर उनकी कुछ उपलब्धियों के बारे में जानते हैं और समझते हैं कि आखिर क्यों दुनिया यह कहने पर मजबूर हुई कि सुनील गावस्कर वाह-वाह
बिना हेलमेट वेस्टइंडीज के खिलाफ 13 शतक
जब दुनिया वेस्टइंडीज के गेंदबाजों से खौफ खाती थी उस वक्त गावस्कर ने खतरनाक वेस्टइंडीज के खिलाफ 13 शतक लगाए। उनकी सबसे फेवरेट टीम वेस्टइंडीज ही मानी जाती थी जिसके खिलाफ 27 मैचों में उन्होंने 13 शतक लगाए।
10,000 रन पूरा करने वाले पहले बल्लेबाज
7 मार्च 1987 को गावस्कर ने पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए अपने 10,000 रन पूरा किए और टेस्ट क्रिकेट में ऐसा करने वाले वह पहले बल्लेबाज बने।
टेस्ट क्रिकेट में 34 शतक पूरा करने वाले पहले बल्लेबाज
टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक शतकों की बात हो तो वह सुनील गावस्कर ही थे जिन्होंने पहली बार यह कारनाम किया। उन्होंने 125 टेस्ट मैचों में 34 शतक लगाए। वह सर्वाधिक टेस्ट शतकों के मामले में 17 साल तक पहले नंबर पर रहे लेकिन उनके रिकार्ड को 2005 में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने तोड़ दिया।
लगातार शतक लगाने में अव्वल गवास्कर
क्रिकेट की दुनिया के वह एकमात्र बल्लेबाज हैं जिन्होंने दो अलग-अलग मैदानों पर लगातार सबसे ज्यादा शतक लगाए हैं। उन्होंने पोर्ट आफ स्पेन और वानखेड़े के मैदान पर लगातार चार शतक लगाए थे। उनके इस रिकार्ड को आजतक कोई बल्लेबाज नहीं तोड़ पाया है।