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तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने सौराष्ट्र के लिए 67 विकेट के साथ 2019-20 के रणजी ट्रॉफी सीजन में शानदार प्रदर्शन किया था।
तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने सौराष्ट्र के लिए 67 विकेट के साथ 2019-20 के रणजी ट्रॉफी सीजन में शानदार प्रदर्शन किया था। घरेलू स्तर पर खुद को साबित करने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के दौरों के लिए टीम में नहीं चुने जाने पर उनका दर्द छलका है। उनादकट ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि जब मैं जब अपने पीक पर हूं, जब मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है, तो मैं उम्मीद कर रहा था कि मुझे कभी न कभी टीम में जगह मिलेगी। कम टूर्नामेंट के कारण अवसर कम हो गए हैं, लेकिन इसके परिणामस्वरूप बोर्ड ने हर सीरीज के लिए एक बड़ा पूल तैयार किया है। ऐसे में यह अपने आप में एक अवसर बन गया है और इस मायने में नहीं चुना जाना निश्चित रूप से निराशाजनक रहा है।'
29 वर्षीय क्रिकेटर ने भारत के लिए 18 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं । उन्होंने टीम इंडिया के लिए एक टेस्ट, सात एकदिवसीय और 10 टी 20 मैट खेले हैं। वहीं 89 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 327 विकेट लिए हैं। घरेलू क्रिकेट में वह 2019 -20 सीज़न में कुल मिलाकर शीर्ष विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। इस दौरान उन्होंने सौराष्ट्र को रणजी ट्रॉफी खिताब दिलाया। उन्होंने 2018-19 सीजन में भी 39 विकेट लिए, जिसमें सौराष्ट्र फाइनल में विदर्भ से हार गया।
उनादकट ने एकमात्र टेस्ट दिसंबर 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। उन्होंने कहा कि वह इंग्लैंड में भारत ए सीरीज के लिए चुने जाने की उम्मीद कर रहे थे। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, 'आप नहीं जानते कि क्या उम्मीद की जाए। आप नहीं जानते कि कौन सा टूर्नामेंट आ रहा है और क्या तैयारी करनी है। मैं उम्मीद कर रहा था कि भारत ए सीरीज़ होगी, जो इंग्लैंड दौरे से पहले होनी थी। मुझे इसमें मौका मिलने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।'
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