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अहमदाबाद के मोटेरा में बने दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में पहली बार आमने-सामने होंगे सौरव गांगुली और जय शाह

Subhi
23 Dec 2020 5:38 AM GMT
अहमदाबाद के मोटेरा में बने दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में पहली बार आमने-सामने होंगे सौरव गांगुली और जय शाह
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अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में गुरुवार को होने वाली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की वार्षिक आमसभा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम (मोटेरा) में गुरुवार को होने वाली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) की वार्षिक आमसभा (एजीएम) से एक दिन पहले बुधवार को इस बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह आमने-सामने होंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि बुधवार को बीसीसीआइ सदस्यों के बीच में एक क्रिकेट मुकाबला खेला जाएगा। इस मुकाबले में गांगुली और शाह अपनी-अपनी टीमों की कप्तानी करेंगे। यह इस नए-नवेले स्टेडियम का पहला मुकाबला होगा।

बीसीसीआइ से जुड़े सूत्र ने बताया कि एजीएम से एक दिन पहले मोटेरा में गांगुली और शाह की कप्तानी में दो टीमों के बीच क्रिकेट मैच खेला जाएगा। दोनों टीमों में बीसीसीआइ के इलेक्ट्रोल बोर्ड के सदस्य शामिल होंगे, जो एजीएम में भाग लेने के लिए यहां पर पहुंचेंगे। दोबारा से बनकर तैयार हुए देश के सबसे बड़े स्टेडियम में यह पहला क्रिकेट मुकाबला होगा। बीसीसीआइ के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला इस मैच में रेफरी की भूमिका में होंगे।

मैच के एक दिन बाद एजीएम आयोजित होगी। आगामी घरेलू सत्र में रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी समेत अन्य वर्गो के टूर्नामेंट आयोजित करना ही इस एजीएम का मुख्य एजेंडा होगा। इसी के साथ इंग्लैंड टीम के भारत दौरे की तैयारियों को अमलीजामा पहनाने के लिए एजीएम में चर्चा की जाएगी। मोटेरा में पहुंचने के बाद सभी सदस्यों को कोरोना टेस्ट से भी गुजरना होगा।

इस एजीएम में उत्तराखंड क्रिकेट संघ के माहिम वर्मा, असम क्रिकेट संघ के देवाजीत सेकिया, बडौदा क्रिकेट संघ के प्रणव अमीन, हैदराबाद क्रिकेट संघ मुहम्मद अजहरुद्दीन समेत कुल 28 सदस्य इस बैठक में भाग लेंगे। ऐसे में तमाम पूर्व क्रिकेट दिग्गज इस मैच में खेलते नजर आ सकते हैं।

आइपीएल में 10 टीम को मंजूरी मिलने की उम्मीद

एजीएम में 10 टीमों के साथ आइपीएल आयोजित करने पर भी एजीएम में सहमति बन सकती है, लेकिन यह 2021 नहीं, बल्कि 2022 सत्र से ही हो पाएगा। ऐसा इसीलिए है क्योंकि अगले सत्र से पहले नई टीमों को टीम पूरी करने के लिए ज्यादा समय नहीं मिल पाएगा। वहीं अगले सत्र से पहले की नीलामी में भी अब ज्यादा वक्त नहीं रह गया है। यही नहीं, 10 टीम के आइपीएल का मतलब 94 मुकाबले हैं, जो करीब ढाई महीने में आयोजित हो पाएंगे। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर पर भी इसका फर्क पड़ सकता है।



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