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बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू मैच में बेटे ने की शानदार गेंदबाजी, सैलून चलाने के चक्कर में पिता नहीं देख सके प्रदर्शन

Subhi
5 Dec 2022 5:48 AM GMT
बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू मैच में बेटे ने की शानदार गेंदबाजी, सैलून चलाने के चक्कर में पिता नहीं देख सके प्रदर्शन
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कुलदीप सेन ने टीम इंडिया में खेलने के लिए काफी पापड़ बेले हैं. एक समय ऐसा था जब इस खिलाड़ी के पास स्टेट लेवल टूर्नामेंट खेलने के लिए किराया भी नहीं था. बचपन में यह तेज गेंदबाज अपने मोजे की गेंद बनाकर अभ्यास करता था.

कुलदीप सेन ने टीम इंडिया में खेलने के लिए काफी पापड़ बेले हैं. एक समय ऐसा था जब इस खिलाड़ी के पास स्टेट लेवल टूर्नामेंट खेलने के लिए किराया भी नहीं था. बचपन में यह तेज गेंदबाज अपने मोजे की गेंद बनाकर अभ्यास करता था.

कुलदीप के पिता रामपाल रीवा के सिरमौर चौराहे पर हेयर कटिंग सैलून चलाते हैं. उन्हें काफी देरी से पता चला कि उनका बेटा क्रिकेट खेलता है. दरअसल, एक बार कुलदीप ने अपनी मां से पैसे मांगे, जिसके बाद उन्होंने पिता को इस बात की जानकारी दी थी. उस समय तक कुलदीप स्टेट लेवल क्रिकेट खेल चुके थे.

बांग्लादेश के खिलाफ पहले वनडे में तेज गेंदबाज ने डेब्यू किया और दो विकेट हासिल किए. हालांकि, बेटे के इस प्रदर्शन को पिता रामपाल देख नहीं सके क्योंकि उनकी दुकान में टीवी या फिर मोबाइल नहीं है. कुलदीप का एक भाई और बहन भी है जो उन्हें टीवी पर खेलता देख काफी खुश थे.

कुलदीप सेन रीवा के एकमात्र इंटरनेशनल क्रिकेटर हैं. इससे पहले 2014 में रीवा के ईश्वर पांडेय को भी भारतीय टीम को चुना गया था. लेकिन वह प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह बनाने में कामयाब नहीं हो सके थे. कुलदीप सेन पर रीवा के हर नागरिक को गर्व है.

26 वर्षीय गेंदबाज को उनकी तूफानी गेंदबाजी के कारण रीवांचल एक्सप्रेस के नाम से जाना जाता है. कुलदीप के पिता ने बेटे के इस स्तर पर पहुंचने के बावजूद अभी अपना सैलून नहीं बंद किया है. उनका मानना है वह इसे चलाते रहेंगे. इसके अलावा उन्होंने बताया कि कुलदीप का सपना टीम इंडिया के लिए खेलना है.

कुलदीप सेन के करियर में 2018 के बाद से ही तेजी से बदलाव आया, जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अपना डेब्यू किया था. उन्होंने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन से टीम इंडिया में अपनी जगह बनाई है. आईपीएल में भी सेन अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर चुके हैं. वह 140 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं.

न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए सेन को टीम इंडिया में शामिल किया गया था. लेकिन उस दौरे पर उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था. कीवी टीम के खिलाफ टीम दो मुकाबले बारिश के कारण रद्द हो गए थे. हालांकि बांग्लादेश के खिलाफ मौकों का फायदा कुलदीप उठा सकते हैं. उन्होंने पहले ही मैच में एक ही ओवर में दो विकेट झटके.

तेज गेंदबाज को शुरुआत में घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है. उन्हें एक बार एक दोस्त ने स्पाइक्स दिए थे. जिससे उन्हें गेंदबाजी करने में काफी आसानी हो गई थी. इसके अलावा उनके शुरुआती कोच एंथोनी ने उन्हें फ्री में कोचिंग दी थी.

बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया के गेंदबाजों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया. लेकिन टीम की खराब फील्डिंग के कारण भारत को केवल 1 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है. टीम इंडिया 7 दिसंबर को करो या मरो के मैच में मेजबान टीम को टक्कर देगी.

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