भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने पिछले कुछ महीनों में क्रिकेट के हर प्रारूप से कप्तानी छोड़कर सभी को चौंका दिया है, जिसके बाद लगातार खेल जगत के पूर्व क्रिकेटर उनके इस फैसलों पर अपने-अपने बयान दे रहे हैं। इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज और दिग्गज क्रिकेटर शोएब अख्तर ने विराट कोहली को लेकर ऐसा बयान दिया है जिससे बड़ा विवाद खड़ा हो सकता है। शोएब अख्तर का मानना है कि विराट कोहली के खेल में जो संघर्ष देखने को मिल रहा है उसके पीछे शादी का दबाव है और अगर वो कोहली की जगह होते तो कभी भी शादी नहीं करते।
विराट कोहली के टेस्ट प्रारूप से कप्तानी छोड़ने के फैसले पर शोएब अख्तर ने बात की और कहा कि 33 वर्षीय यह खिलाड़ी कभी भी भारतीय कप्तान की तरह नजर नहीं आ रहा था क्योंकि वो अपना सारा ध्यान शतक लगाने और बल्लेबाजी करने पर रखना चाहते थे।
कभी भी अच्छे कप्तान नहीं थे कोहली
उल्लेखनीय है कि विराट कोहली ने सितंबर में खेले गये आईपीएल के दूसरे लेग के दौरान टी20 प्रारूप की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था, जिसके बाद चयनकर्ताओं ने सीमित ओवर्स प्रारूप में एक ही कप्तान रखने की बात करते हुए वनडे प्रारूप की कमान छीन ली थी। वहीं साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने के बाद विराट कोहली ने इस प्रारूप की कमान भी छोड़ दी। ओमान में खेले जा रहे लेजेंडस लीग क्रिकेट टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे शोएब अख्तर ने कहा,'विराट ने खुद से कप्तानी नहीं छोड़ी है बल्कि उन्हें ऐसा करने के लिये मजबूर किया गया है। यह उनके लिये अच्छा समय नहीं था लेकिन उन्हें खुद को साबित करना था कि वो किस चीज के बने हुए हैं। क्या वो स्टील या लोहे के बने हुए हैं? विराट ने 6-7 साल तक टीम की कमान संभाली लेकिन मैं कभी भी उनकी कप्तानी के पक्ष में नहीं था। वह सिर्फ 100-120 रन बनाने पर ध्यान लगाते रहे और उनका सारा फोकस बल्लेबाजी पर ही रहा।'
शोएब अख्तर ने आगे बात करते हुए कहा कि विराट कोहली को शादी करने के बजाय अगले 10-12 साल तक लगातार रनों का अंबार लगाने और बड़े रिकॉर्ड बनाने की ओर ध्यान देना चाहिये था। उल्लेखनीय है कि विराट कोहली ने बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के साथ शादी की है। उन्होंने कहा,'अगर मैं उनकी जगह होता तो शादी नहीं करता। मैं बस रन बनाता और क्रिकेट का लुत्फ उठाता। क्रिकेट के ये 10-12 साल बहुत ही अलग समय होता है और दोबारा वापस नहीं आयेंगे। मैं यह नहीं कह रहा कि शादी करना गलत है लेकिन जब आप भारत के लिये खेलते हैं तो आपको थोड़े और समय तक इसका आनंद लेना चाहिये था। फैन्स और लोग कोहली के बारे में बात करते हुए पागल नजर आते हैं और उन्हें वो प्यार कम से कम 20 साल तक बरकरार रखना चाहिये था।'
अख्तर से जब सवाल किया गया कि क्या शादी के दबाव ने विराट कोहली के खेल को प्रभावित किया है तो शोएब अख्तर ने जवाब देते हुए कहा कि बिल्कुल हां। अख्तर का मानना है कि खिलाड़ी को संन्यास लेने के बाद ही शादी करनी चाहिये, खासतौर से अगर वो टीम का कप्तान हो।उन्होंने कहा,'जब आप परिवार बनाते हैं तो आपकी जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं और उसका दबाव भी, वहीं जब बच्चा होता है तो बच्चों की देखभाल का दबाव भी आ जाता है। क्रिकेटर्स के पास खेल के लिये महज 14-15 साल का ही समय होता है जिसमें से वो 5-6 साल तक ही करियर के सबसे बेहतर फॉर्म में होते हैं। विराट कोहली के वो साल बीत गये हैं और अब उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है। एक कप्तान के रूप में आपको काफी कुछ सोचना पड़ रहा है। मैं शादी के खिलाफ नहीं हूं लेकिन मुझे लगता है कि जब तक आप खेल रहे हैं तब तक आप पर अतिरिक्त दबाव नहीं होना चाहिये। आपको आजादी से खेलने और काम करने की स्वतंत्रता होनी चाहिये। मैंने कप्तानी से संन्यास लेने के बाद शादी की। एक कप्तान के रूप में आपको मीडिया, ब्रैंड और बाकी सभी चीजों का सामना करना पड़ता है तो ऐसे में आपको संन्यास के बाद ही शादी करनी चाहिये।'