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कोहली को ड्रॉप करना चाहते थे सेलेक्टर्स, धोनी के इस फैसले ने बचा लिया करियर

Tulsi Rao
17 Jan 2022 4:17 AM GMT
कोहली को ड्रॉप करना चाहते थे सेलेक्टर्स, धोनी के इस फैसले ने बचा लिया करियर
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एक वक्त ऐसा भी था, जब कप्तान तो दूर एक खिलाड़ी के तौर पर विराट कोहली टीम इंडिया से लगभग बाहर हो चुके थे, लेकिन एमएस धोनी ने उनका करियर बचा लिया

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। टीम इंडिया के सबसे सफल टेस्ट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने हाल ही में कप्तानी से इस्तीफा देकर वर्ल्ड क्रिकेट को हैरान कर दिया. एक वक्त ऐसा भी था, जब कप्तान तो दूर एक खिलाड़ी के तौर पर विराट कोहली टीम इंडिया से लगभग बाहर हो चुके थे, लेकिन एमएस धोनी ने उनका करियर बचा लिया.

टीम से भी बाहर हो जाते कोहली
इंटरनेशनल क्रिकेट में रनों और शतकों की झड़ी लगाने वाले विराट कोहली (Virat Kohli) का करियर पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS dhoni) की वजह से बाल-बाल बचा था. सेलेक्टर्स विराट कोहली (Virat Kohli) को टीम इंडिया (Team India) से ड्रॉप करना चाहते थे, लेकिन धोनी के एक दांव ने उनका करियर बचा लिया.
कोहली को ड्रॉप करना चाहते थे सेलेक्टर्स
महेंद्र सिंह धोनी (MS dhoni) अपनी कप्तानी में टीम के खिलाड़ियों को बहुत मौके देते थे, चाहे वह रोहित शर्मा हों या विराट कोहली. साल 2012 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर खराब फॉर्म के कारण सेलेक्टर्स विराट कोहली (Virat Kohli) को टीम इंडिया (Team India) से ड्रॉप करना चाहते थे, लेकिन धोनी ने विराट कोहली (Virat Kohli) पर भरोसा दिखाया और उन्हें टीम से ड्रॉप नहीं होने दिया.
बेहद खराब था कोहली का प्रदर्शन
टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने इस बात का खुलासा किया. सहवाग ने बताया कि अगर 2012 में चयनकर्ताओं की चलती तो कोहली को भारत के लिए कभी टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिलता. भारतीय चयनकर्ता ऑस्ट्रेलिया में कुछ खराब पारियों के बाद कोहली को ड्रॉप करना चाहते थे. पहले दो टेस्ट में कोहली ने सिर्फ 10.75 की औसत से रन बनाए थे. सहवाग उस टीम के उपकप्तान थे व धोनी कप्तान थे.
धोनी के इस दांव ने बचा लिया करियर
वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि साल 2012 में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और उन्होंने (सहवाग) ने मिलकर कोहली की जगह बचाई थी. सहवाग ने बताया, 'ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट में चयनकर्ताओं ने विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को खिलाने का फैसला किया, लेकिन उन्होंने और कप्तान धोनी ने मिलकर इस बात का फैसला किया कि वह कोहली को ही खिलाएंगे'.
धोनी की वजह से बचा कोहली का करियर
सहवाग ने आगे बताया, 'उस वक्त मैं टीम का उपकप्तान था और महेंद्र सिंह धोनी टीम की कप्तानी कर रहे थे, हम दोनों ने विराट कोहली को पर्थ टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल कराया और आगे जो हुआ वो इतिहास है. उस मैच में कोहली ने पहली पारी में 44 और दूसरी पारी में 75 रन की पारी खेली.' बता दें कि विराट कोहली के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 70 शतक हैं. धोनी ने भरोसा नहीं दिखाया होता तो टीम इंडिया इस बेहतरीन खिलाड़ी को खो देती


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