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सहवाग ने यादों की परतें खोलते हुए बताया, कैसे करते थे सचिन की बल्लेबाजी की नकल की कोशिश

Ritisha Jaiswal
9 Jun 2021 12:27 PM GMT
सहवाग ने यादों की परतें खोलते हुए बताया, कैसे करते थे सचिन की बल्लेबाजी की नकल की कोशिश
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भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने बुधवार को यादों की परतें खोलते हुए बताया कि कैसे वह महान बल्लेबाज और लंबे समय तक अपने सलामी जोड़ीदार रहे सचिन तेंदुलकर की नकल करने का प्रयास करते थे

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने बुधवार को यादों की परतें खोलते हुए बताया कि कैसे वह महान बल्लेबाज और लंबे समय तक अपने सलामी जोड़ीदार रहे सचिन तेंदुलकर की नकल करने का प्रयास करते थे जिन्हें उन्होंने पहली बार 1992 विश्व कप में बल्लेबाजी करते टीवी पर देखा था।

सहवाग ने कहा ,''क्रिकेट मैदान पर खेला जाता है लेकिन काफी कुछ सीखा जा सकता है ।यदि मैं अपना उदाहरण दूं तो मैने 1992 विश्व कप से क्रिकेट देखना शुरू किया और उस समय मैं सचिन की बल्लेबाजी देखकर उनकी नकल करने का प्रयास करता था।''

उन्होंने कहा,''वह कैसे स्ट्रेट ड्राइव लगाते थे या बैकफुट पंच मारते थे। मैने 1992 में टीवी पर देखकर काफी कुछ सीखा।'' भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और सहवाग के साथ क्रिकगुरू ऐप के सह संस्थापक संजय बांगड़ ने ऐप के लांच के मौके पर कहा ,'' आजकल के समय में आपके पास अपने पसंदीदा क्रिकेटरों के वीडियो हैं मसलन एबी डिविलियर्स, ब्रायन लारा, क्रिस गेल या वीरेंद्र सहवाग या कोई और । हमारे समय में वीडियो उपलब्ध नहीं थे ।''

सहवाग ने कहा ,''हमारे समय में ऐसी सुविधायें नहीं थी कि किसी से आनलाइन बात करके या वीडियो सबस्क्राइब करके सीखा जा सके। अगर ऐसा होता तो मैं जरूर करता और बेहतर सीख पाता।' खेल के मानसिक और तकनीकी दोनों पहलुओं पर जोर देते हुए सहवाग ने कहा,''मानसिक पहलू अहम है और हमने उसी को ध्यान में रखकर यह ऐप लांच किया है। इसके बाद हम क्रिकेट की तकनीक पर बात करेंगे।''


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