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सहवाग ने कप्तानी के इम्तिहान में पंत को किया फेल, 10 में से मिले सिर्फ 3 नंबर

Gulabi
28 April 2021 8:57 AM GMT
सहवाग ने कप्तानी के इम्तिहान में पंत को किया फेल, 10 में से मिले सिर्फ 3 नंबर
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परीक्षा में पासिंग मार्क्स होता है 40 फीसद अंक. लेकिन

परीक्षा में पासिंग मार्क्स होता है 40 फीसद अंक. लेकिन, सहवाग ने अपने पैमाने पर जब ऋषभ पंत को तौला तो वो फेल हो गए. उन्हें सिर्फ 30 फीसद मार्क्स ही मिले. सहवाग ने पंत का ये आकलन RCB के खिलाफ मैच में दिल्ली की हार के बाद किया. अहमदाबाद में खेले मैच में RCB ने दिल्ली को 1 रन से मामूली अंतर से हराया. आखिरी गेंद पर उसे जीत के लिए 6 रन की दरकार थी, लेकिन स्ट्राइक पर मौजूद कप्तान ऋषभ पंत के बल्ले से चौका ही निकल सका.


हालांकि, सहवाग ने जिस पैमाने पर ऋषभ पंत को तौला वो दरअसल उनकी बल्लेबाजी न होकर उनकी कप्तानी थी. सहवाग की नजर में पंत कप्तानी के इम्तिहान में RCB के खिलाफ खरे नहीं उतर सके. पूर्व भारतीय ओपनर ने साफ साफ कहा कि उन्होंने अपने गेंदबाजों का सही से इस्तेमाल नहीं किया, लिहाजा मैं उन्हें उनकी कप्तानी के लिए 10 में से 3 नंबर ही दूंगा.

10 में से 5 नंबर नहीं दे सकता- सहवाग
दाएं हाथ के भारत के विस्फोटक ओपनर रहे सहवाग ने कहा, " उन्होंने कप्तानी में जो गलतियां की हैं, उसे देखते हुए मैं उन्हें 10 में से 5 नंबर नहीं दे सकता. अगर आप अपने मेन गेंदबाज से उसके कोटे के पूरे ओवर नहीं करा पा रहे तो मतलब ये है कि आपका गणित सही नहीं है. और, फिर यही तो कप्तानी है कि आप अपने गेंदबाजों का इस्तेमाल कैसे करते हैं. एक कप्तान को अपने बॉलर्स का इस्तेमाल हालात के मुताबिक करना आना चाहिए."

स्मार्ट क्रिकेट से बनेंगे स्मार्ट कप्तान
सहवाग ने आगे कहा कि, " अगर ऋषभ पंत को एक अच्छा कप्तान बनना है तो उन्हें इन छोटी गलतियों को दुरुस्त करना होगा. उन्हें स्मार्ट क्रिकेट खेलनी होगी. तभी वो स्मार्ट कप्तान बन सकते हैं. " उन्होंने कहा, " पंत को ये सारी चीजें सीखनी होगी कि उन्हें कब और किसे गेंद थमानी है. एक कप्तान की योग्यता इसी बात पर निर्भर करती है कि वो मैच को किस हद तक अपनी ओर मोड़ सकता है. उसे बॉलिंग के मुताबिक फील्ड में परिवर्तन करना भी आना चाहिए."

सहवाग के बाद नेहरा भी भड़के
इधर सहवाग के अलावा आशीष नेहरा ने पंत की बैटिंग पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, " पंत ने मिडिल ऑर्डर में धीमी बल्लेबाजी की , जिसका खामियाजा डेथ ओवर्स में उठाना पड़ा. ये एक खराब रणनीति की निशानी है. अगर हेटमायर अपना विकेट जल्दी खो देते तो पंत की इस रणनीति के तहत दिल्ली 25 रन से भी हार सकती थी."


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