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सचिन तेंडुलकर जैसी खेल भावना: महिला क्रिकेट खिलाड़ी पूनम ने नॉट आउट देने के बावजूद किया पवेलियन का रुख, देखें वीडियो

jantaserishta.com
1 Oct 2021 12:22 PM GMT
सचिन तेंडुलकर जैसी खेल भावना: महिला क्रिकेट खिलाड़ी पूनम ने नॉट आउट देने के बावजूद किया पवेलियन का रुख, देखें वीडियो
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गोल्ड कोस्ट: भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम के बीच पिंक बॉल टेस्ट खेला जा रहा है. ऑस्टेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. पहली बार डे-नाइट टेस्ट मैच खेल रही टीम इंडिया पहली पारी में मजबूत स्कोर की ओर बढ़ रही है. दूसरे दिन जब बारिश और बिजली कड़कने से खेल रोका गया तब भारतीय टीम ने 5 विकेट गंवाकर 276 रन बना लिए थे.

मैच का दूसरा दिन अब तक भारतीय ओपनर स्मृति मांधना और पूनम राउत के नाम रहा है. दोनों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खूब परेशान किया. स्मृति मांधना ने दूसरे दिन की शुरुआत में मिले जीवनदान का फायदा उठाया और डे-नाइट टेस्ट में शतक लगाने वाली भारतीय की पहली महिला क्रिकेटर बन गई.
वहीं, दूसरी ओर पूनम राउत ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने डटकर खड़ी रहीं. उन्होंने 165 गेंदों का सामना कर 36 रन बनाए. पूनम स्मृति मांधना के आउट होने के कुछ समय बाद ही पवेलियन लौट गईं.
पूनम राउत की बल्लेबाजी की तो तारीफ हो ही रही है साथ ही उनके आउट होने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, पूनम ने इस मुकाबले में खेल भावना का उदाहरण पेश किया. जिसे देखकर विरोधी टीम, अंपायर और कमेंटेटर भी हैरान रह गए.
भारत की पारी का 81वां ओवर था. सॉफी मोलीन्यूक्स यह ओवर करने आईं. गेंद पिच होने के बाद बाहर की ओर जा रही थी. पूनम राउत ने स्ट्रेच करके गेंद को खेलने की कोशिश की लेकिन वह विकेटकीपर हीली के हाथों में चली गई.
मोलीन्यूक्स, विकेटकीपर और क्लोज-इन फील्डरों ने अपील की, लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया. ऑस्ट्रेलिया रिव्यू लेता इससे पहले पूनम पवेलियन की ओर चल पड़ीं. उन्हें जाता देख अंपायर और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैरान हो गए.
पूनम को अंदाजा था कि गेंद उनके बल्ले के किनारे पर लगकर विकेटकीपर के ग्लव्स में गई है. अंपायर के नॉट आउट के फैसले के बावजूद उन्होंने पवेलियन जाने का फैसला किया. भारत के पूर्व विकेटकीपर सबा करीम ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर कहा कि यह एक अजीब फैसला था. सच कहूं तो ये बहुत अजीब था. कोई डीआरएस नहीं लिया गया. पूनम के इस फैसले ने खेल भावना का शानदार उदाहरण पेश किया, जो कई वर्षों तक याद रखा जाएगा.



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