खेल

रोहित शर्मा की टेस्ट कप्तानी पर लटकी तलवार

Rani Sahu
13 Jun 2023 4:31 PM GMT
रोहित शर्मा की टेस्ट कप्तानी पर लटकी तलवार
x
नई दिल्लीः रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में भी भारतीय टीम लगातार दूसरे आईसीसी इवेंट में खिताब जीतने में नाकाम रही. दमदार कप्तानी और टूर्नामेंट जीतने की काबिलियत के साथ ही रोहित को तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया था लेकिन अभी तक नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे हैं. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत की हार के बाद टीम में बदलाव की मांग हो रही है और रोहित की कप्तानी भी सवालों के घेरे में है लेकिन फिलहाल उन्हें नहीं हटाया जाएगा.
पिछले साल फरवरी में रोहित को टेस्ट फॉर्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी मिली थी. साउथ अफ्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज में भारत की हार के बाद विराट कोहली ने इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद उन्हें ये जिम्मेदारी मिली थी. अब बढ़ती उम्र, उतार-चढ़ाव भरी फॉर्म और नई टेस्ट चैंपियनशिप साइकल को देखते हुए नये कप्तान को लेकर एक्सपर्ट्स बातें कर रहे हैं.
वेस्टइंडीज दौरे के बाद रोहित पर फैसला?
टीम इंडिया को अब अगले महीने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (world test championship0 की नये साइकल में अपने अभियान की शुरुआत वेस्टइंडीज के दौरे से करनी है और ये साफ है कि रोहित ही इस सीरीज में टीम के कप्तान होंगे. पीटीआई की एक रिपोर्ट में बीसीसीआई सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि फिलहाल बोर्ड उन्हें कप्तानी से हटाने के बारे में नहीं सोच रहा है.
हालांकि, ये भी कहा गया है कि रोहित को खुद निजी तौर पर बल्लेबाजी में कमाल दिखाने की जरूरत है. अगर वह वेस्टइंडीज (West Indies) में एक भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम होते हैं तो सेलेक्टर्स उनके भविष्य को लेकर फैसला कर सकते हैं. रोहित की कप्तानी में भारत ने सिर्फ 7 ही टेस्ट खेले हैं, जिसमें 4 में जीत, 2 में हार मिली थी. वहीं एक ड्रॉ रहा.
चार साल से बेस्ट बल्लेबाज
2019 में टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया के ओपनर बनने के बाद से ही रोहित का इस फॉर्मेट में प्रदर्शन और करियर ग्राफ लगातार ऊपर ही गया. यहां तक कि वह इन चार सालों में वह विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे दिग्गज टेस्ट बल्लेबाजों की तुलना में ज्यादा सफल रहे. हालांकि, इस साल उनकी बैटिंग भी उतार-चढ़ाव भरी रही और अच्छी शुरुआत को वह भुनाने में नाकाम होते रहे हैं. साथ ही उनकी बढ़ती उम्र (अभी 36 साल) भी उनके भविष्य पर फैसले में अहम भूमिका निभाएगी.
Next Story