भारतीय टीम अब टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुटी है. इसके लिए खिलाड़ी पहले ही ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुके हैं और प्रैक्टिस मैच खेल रहे हैं. टीम की कमान धुरंधर ओपनर रोहित शर्मा संभालेंगे. इस बार 16 टीमें इस वैश्विक टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही हैं. भारत प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा जो अपने अभियान का आगाज 23 अक्टूबर को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगा.
रोहित पर बड़ी जिम्मेदारी
धुरंधर ओपनर रोहित शर्मा अब टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कमान संभालेंगे. पिछले कुछ वक्त से उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया है और लगातार टी20 सीरीज जीती हैं. अब रोहित पहली बार किसी वर्ल्ड कप में टीम की कप्तानी करेंगे. उनसे करोड़ों भारतीय फैंस को उम्मीदें रहेंगी. भारत का टूर्नामेंट में पहला मैच चिर प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया से होगा.
रोहित की फॉर्म
एक बेहतर कप्तान वही होता है जो टीम का सही नेतृत्व करे, खिलाड़ियों का मनोबल किसी भी तरह से ना गिरने दे. इसके साथ ही अपने उदाहरण से साथियों को प्रोत्साहित करे. रोहित शर्मा टीम का नेतृत्व तो सही करेंगे, ऐसा भरोसा है लेकिन उनकी खुद की फॉर्म चिंताजनक है. रोहित का टी20 इंटरनेशनल में औसत करीब 32 का है लेकिन इस फॉर्मेट में अपने पिछले पांच मैचों में वह दो बार तो खाता ही नहीं खोल पाए. उन्होंने इस दौरान दो बार 40 का आंकड़ा पार किया. वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया-XI के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में वह तीन रन बना पाए थे.
टीम कॉम्बिनेशन की पहेली
टीम इंडिया इस वक्त बेहतर कॉम्बिनेशन को लेकर जूझती दिख रही है. इसका बड़ा कारण सीनियर खिलाड़ियों का चोटिल होना है. रोहित शर्मा बतौर कप्तान भी इस पहेली को सुलझाने की कोशिश कर रहे होंगे. 16 अक्टूबर से टी20 वर्ल्ड कप शुरू होना है लेकिन रोहित के सामने टीम कॉम्बिनेशन को लेकर सवाल जरूर होंगे.
सामने है चुनौती
टीम इंडिया के सामने एक बड़ी चुनौती उसके सीनियर खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद नए खिलाड़ियों को ज्यादा अनुभव ना होना है. रवींद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह चोट के कारण टी20 वर्ल्ड कप से बाहर हो गए. बुमराह के लिए तो काफी इंतजार किया गया लेकिन अंतत: सभी को मानना ही पड़ा कि वह इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बन पाएंगे. उनकी चोट गंभीर है तो वहीं जडेजा को सर्जरी करानी पड़ी. इसके अलावा शीर्ष-6 टीमों में जोस बटलर (इंग्लैंड) के अलावा वह ऐसे कप्तान हैं जिनके पास वर्ल्ड कप में टीम का नेतृत्व करने का अनुभव नहीं है.