रोहित और शार्दुल ने अपने बचपन के गुरु दिनेश लाड को द्रोणाचार्य पुरस्कार दिलाने की सिफारिश की
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। टीम इंडिया के उपकप्तान रोहित शर्मा और शार्दुल ठाकुर ने अपने बचपन के गुरु दिनेश लाड को द्रोणाचार्य पुरस्कार दिलाने की सिफारिश की है। देश के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न से सम्मानित रोहित ने खुद लाड का नाम भेजा है। भुवनेश्वर कुमार और युजवेंद्र चहल ने भी अपने गुरुओं को द्रोणाचार्य बनाने की पहल की है। भुवी, प्रवीण कुमार और कार्तिक त्यागी के कोच मेरठ के विपिन वत्स और चहल के रंधीर सिंह भी पुरस्कार की दौड़ में हैं।
उत्तर प्रदेश के लिए 26 रणजी मैच खेलने वाले विपिन लंबे समय से मेरठ में क्रिकेटरों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। कार्तिक उनकी नई खोज है। लाड और विपिन दोनों ने ही लाइफटाइम द्रोणाचार्य के लिए जबकि रंधीर सिंह ने नियमित द्र्रोणाचार्य के लिए आवेदन किया है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 357 विकेट लेने वाले हरियाणा के सरकार तलवार ने भी लाइफटाइण द्रोणाचार्य के लिए आवेदन किया है। राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और गुंडप्पा विश्वनाथ जैसे क्रिकेटरों को कोचिंग दे चुके पीएस विश्वनाथ ने फिर लाइफटाइम द्रोणाचार्य के लिए आवेदन किया है। वीरेंद्र भटनागर ने भी इस पुरस्कार के लिए आवेदन किया है।
लवलीना की कोच भी दावेदारों में
द्रोणाचार्य के लिए 150 के करीब प्रशिक्षकों ने दावा जताया है। इनमें टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली मुक्केबाज लवलीना की कोच संध्या गुरुंग, महिला टीम के मुख्य कोच मोहम्मद अली कमर व धर्मेंद्र यादव, अविनाश साबले के कोच अमरीश कुमार, एथलेटिक टीम के चीफ कोच पी राधाकृष्णन, डबल्स बैडमिंटन टीम के कोच विजयदीप सिंह के अलावा नेहा गोयल, शर्मिला और निशा वारसी की कोच प्रीतम रानी सिवाच भी इस पुरस्कार की दौड़ में हैं।