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राशिद अल-स्वैसत सर्जरी के बावजूद 11 दिन बाद दुनिया छोड़ के चले गए

Tara Tandi
29 April 2021 12:59 PM GMT
राशिद अल-स्वैसत सर्जरी के बावजूद 11 दिन बाद दुनिया छोड़ के चले गए
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जॉर्डन के खेल फैंस के लिए मंगलवार का दिन दर्दनाक रहा,

जानत से रिश्ता वेबड़ेस्क | जॉर्डन के खेल फैंस के लिए मंगलवार का दिन दर्दनाक रहा,उन्होंने अपने युवा और प्रतिभान बॉक्सर को खो दिया. 19 साल बॉक्सर राशिद अल-स्वैसत (Rashid Al-Swaisat) का निधन हो गया. राशिद को जॉर्डन में ही आयोजित की गई एआईबीए यूथ वर्ल्ड कप चैंपियनशिप में बाउट के दौरान चोट लगी थी. इसके बाद ही उन्हें फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया था.=

यूथ चैंपियनशिप में राशिद अंडर 81-किलोग्राम वर्ग में हिस्सा ले रहे थे. उनका मुकाबला एस्टोनिया के एंटोन विनोग्राडो के खिलाफ था. वह पहले दो राउंड हार गए थे. इसके बाद तीसरे राउंड में वह बेहोश हो कर गिर गए थे. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि यह साफ नहीं हुआ था कि उन्हें यह परेशानी पहले से ही थी या फिर मैच के दौरान लगी. सर्जरी के बाद डॉक्टर उनके होश में आने के इंतजार कर रहे थे लेकिन 11 दिन बाद वह हमेशा के लिए दुनिया छोड़ के चले गए.
बॉक्सिंग फेडरेशन ने लिखा शोक संदेश
जॉर्डन ओलिंपिक समिति ने एक शोक संदेश के साथ बॉक्सर की तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा, जॉर्डन ओलंपिक समिति ने युवा वर्ग के लिए राष्ट्रीय मुक्केबाजी टीम के खिलाड़ी राशिद अल-स्वायत की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करता है.इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने राशिद की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कह कि एआईबीए इस युवा मुक्केबाज की मौत पर दुखी है और उनके राष्ट, परिवार और करीबियों के प्रति सच्ची संवेदना व्यक्त करता है.
It is with deep sadness that we learned of the passing of Rashed Al-Swaisat of Jordan, who had been admitted to hospital on April 16 further to his fight during the AIBA YWCHs. Our thoughts are with his family, friends and teammates, to whom we offer our sincere condolences. pic.twitter.com/UGKVupJT4e
— AIBA (@AIBA_Boxing) April 27, 2021
वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
भारत 11 पदक के साथ AIBA युवा पुरुष और महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में पदक तालिका के शीर्ष पर रहा था. इसमें भारत ने आठ स्वर्ण और तीन कांस्य पदक शामिल हैं. उन्होंने 2018 में 10 पदक के साथ सर्वश्रेष्ठ पदक जीतने के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया. भारत की सभी सातों महिलाओं ने अपने वर्ग में गोल्ड जीता था.


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