भारतीय क्रिकेट टीम के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन पर हर किसी की नजर रहती है. अपने पहले ही रणजी मैच में इस युवा ने खास प्रदर्शन से छाप छोड़ी. अगर ऐसा कहा जाए कि यह मुकाबला पूरी तरह से उनके ही नाम रहा तो गलत नहीं होगा क्योंकि अहम मौके पर एक ऐसा पारी खेली जिसने मैच का पूरा नक्शा बदल दिया. बतौर ऑलराउंडर टीम में खेलने वाले अर्जुन ने गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट भी चटकाए.
मुंबई की तरफ से पहली बार रणजी टीम में चुने जाने के बाद मौका ना मिल पाने पर अर्जुन ने गोवा रणजी टीम के साथ जुड़ने का फैसला लिया. पहले ही सीजन के पहले मुकाबले में उन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया जिसे हमेशा याद रखा जाएगा. पहले बल्लेबाजी करते हुए गोवा की टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह से लड़खड़ा चुकी थी फिर अर्जुन ने मैदान पर कदम रखा और शानदार शतक जमाते हुए बेमिसाल साझेदारी कर टीम को मुश्किल से निकाला.
अर्जुन ने शतक जमाने के साथ झटके विकेट
पहले मैच में गोवा की तरफ से उन्होंने 207 गेंद खेलने के बाद 16 चौके और 2 छक्के जमाते हुए 120 रन की बेशकीमती पारी खेली. बल्ले से कमाल करने के बाद इस खिलाड़ी ने गेंदबाजी में भी जलवा बिखेरा. उन्होंने 23.1 ओवर की गेंदबाजी करते हुए 104 रन देकर 3 विकेट भी हासिल किए.
अर्जुन की पारी ने पलटा मैच
गोवा की टीम ने एक वक्त पर 201 रन पर टीम को 5 गंवा चुकी थी. 7वें नंबर के बल्लेबाज के तौर पर अर्जुन ने मैदान पर कदम रखा था. जब वो आउट होकर वापस लौटे तो टीम का स्कोर 422 रन था. सुयश प्रभुदेसाई के साथ मिलकर अर्जुन ने 221 रन की साझेदारी कर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया. इस एक साझेदारी ने पूरे मैच का नक्शा बदल दिया. अगर गोवा की टीम छोटे स्कोर पर सिमट जाती तो राजस्थान उन पर हावी होकर मैच यकीनन निकाल ले जाती. 7वें विकेट की साझेदारी ने ही मैच को ड्रॉ तक पहुंचाया. गोवा ने 9 विकेट पर 547 रन बनाकर पारी घोषित की थी जबकि राजस्थान की टीम 456 रन पर ऑलआउट हुई.