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अलूर के केएससीए ग्राउंड में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी 2021-22 के पहले सेमीफाइनल मैच में बंगाल को 174 रन से हराकर मध्यप्रदेश (MP) की टीम ने 23 साल के बाद टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई है. गौरतलब कि एमपी टीम के 88 सालों के रणजी ट्रॉफी इतिहास में ये दूसरा मौका है जब टीम फाइनल तक का रास्ता तय कर सकी हो. इससे पहले 1999 में एमपी की टीम ने कर्नाटक के खिलाफ पहली बार रणजी ट्रॉफी फाइनल खेला था.
मध्यप्रदेश की इस ऐतिहासिक जीत के नायक शीर्ष क्रम बल्लेबाज हिमांशू मंत्री (Himanshu Mantri) रहे जिन्होंने पहली पारी में 165 (327) रनों की शानदार पारी खेली. मंत्री की शतकीय पारी के साथ आकाश रघुवंशी (63) के शानदार अर्धशतक की मदद से एमपी टीम ने पहली पारी में 341 रन का स्कोर खड़ा किया था.
जिसके जवाब में बंगाल टीम मनोज तिवारी (102) और शाहबाज अहमद (116) के शतकों के बावजूद 273 रन पर ही ढेर हो गई.
68 रन की ठोस बढ़त के साथ दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी एमपी टीम के लिए कप्तान आदित्य श्रीवास्तव ने 82 तो रजत पाटीदार ने 79 रनों की अहम पारियां खेली. जिसकी मदद से टीम ने 281 रन का स्कोर बनाया और बंगा के सामने जीत के लिए 350 रन का लक्ष्य रखा.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बंगाल टीम को कुमार कार्तिकेय की शानदार गेंदबाजी का सामना करना पड़ा. कार्तिकेय ने 32 ओवर में 67 रन पर शानदार पांच विकेट हासिल किया. जिसकी बदौलत पूरी बंगाल टीम 175 रन पर सिमट गई और एमपी ने 184 रन से मैच जीता.
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