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रहाणे को घर के बाहर टेस्ट टीम में रखना चाहिए : पूर्व चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद
Ritisha Jaiswal
10 Dec 2021 9:11 AM GMT
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दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो चुका है और जिस बात का पहले से ही अंदेशा था, वैसा ही हुआ.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो चुका है और जिस बात का पहले से ही अंदेशा था, वैसा ही हुआ. अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) इस दौरे के लिए टेस्ट टीम के उप-कप्तान नहीं होंगे. उनकी जगह रोहित शर्मा को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. हालांकि, रहाणे को टेस्ट टीम में चुना गया है. उनके लिए खुद को साबित करने का आखिरी मौका है. इस दौरे पर अगर वो फेल हुए तो फिर टेस्ट टीम से उनका पत्ता कटना लगभग तय है. इस बीच, पूर्व चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद (MSK Prasad) ने रहाणे को लेकर बीसीसीआई को सुझाव दिया है. उनका मानना है कि रहाणे भारतीय कंडीशंस में रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं. जबकि विदेश में उनका प्रदर्शन बेहतर है. ऐसे में रहाणे को घर के बाहर टेस्ट टीम में रखना चाहिए.
इंडिया से बातचीत में एमएसके प्रसाद (MSK Prasad) ने कहा, "ये महत्वपूर्ण है कि जब आप किसी विदेश दौरे पर जाओ, तो आपके पास युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण हो. 2013 में अजिंक्य रहाणे ने अच्छा प्रदर्शन किया था. रहाणे का विदेश में रिकॉर्ड अच्छा है. लेकिन वो घर पर रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. सेलेक्टर्स को इन बातों का ध्यान रखते हुए घर और विदेशी दौरे के हिसाब से अलग-अलग खिलाड़ियों का चयन करना चाहिए."
उन्होंने आगे कहा, "अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका प्रदर्शन घर के बाहर अच्छा है. सेलेक्टर्स उनके फॉर्म को लेकर कन्फ्यूज हैं. वो यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि वो नए खिलाड़ी की तरफ देखें या रहाणे के अनुभव को तरजीह दें. उन्हें इसी में से कोई एक फैसला करना है.
प्रसाद ने आगे कहा कि सेलेक्टर्स के सामने खिलाड़ियों को चुनने की चुनौती हमेशा होनी चाहिए और दूसरी बात एक सिस्टम होना चाहिए, जिसके जरिए आप यह देखें कि सीनियर खिलाड़ी को कितने मौके देंगे? कब युवा खिलाड़ी को टीम में शामिल करना चाहेंगे ? विदेशी दौरे पर कितने युवा खिलाड़ी जाएंगे ? आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए, एक अच्छा संतुलन होना चाहिए."
'सभी सीनियर खिलाड़ी को एकसाथ हटा नहीं सकते'
पूर्व चीफ सेलेक्टर ने कहा,"आप एकदम से सभी सीनियर खिलाड़ियों को नहीं निकल सकते. आप सिर्फ युवा खिलाड़ियों की टीम को नहीं चुन सकते. खासतौर पर जब ये विदेशी दौरा हो. घेरलू सीरीज में आप कई नई चीजों को आजमा सकते हो, लेकिन विदेशी दौरे पर नहीं. इसलिए ही आपको युवा और अनुभवी क्रिकेटर्स के संतुलन की जरूरत होती है."
Ritisha Jaiswal
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