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प्रणव धनावड़े जिसने 1009 रनो का रिकॉर्ड बनाया फिर भी नहीं मिल पाई अंडर 19 टीम में जगह

Nilmani Pal
11 Feb 2021 2:24 PM GMT
प्रणव धनावड़े जिसने 1009 रनो का रिकॉर्ड बनाया फिर भी नहीं मिल पाई अंडर 19 टीम में जगह
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क्या आप सोच सकते हैं कि एक बल्लेबाज टूटे हुए बैट से ट्रिपल सेंचुरी बना डाले

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | क्या आप सोच सकते हैं कि एक बल्लेबाज टूटे हुए बैट से ट्रिपल सेंचुरी बना डाले? अगर इस बात पर यकीन करना आपके लिए मुश्किल भरा है, तो आपको बता दें कि साल 2016 की पांच जनवरी को कुछ ऐसा ही हुआ था. खिलाड़ी ने अपना बैट बदला और 652 रन की नॉटआउट पारी खेली. इस खिलाड़ी ने खेलते हुए 323 गेंदों में 1009 रन बना लिए.

कल्याण में ऑटो रिक्शा चलाने वाले के बेटे प्रणव धानावड़े ने केसी गांधी इंग्लिश स्कूल, कल्याण के लिए यह इनिंग खेली थी. धानावड़े ने HT भंडारी अंडर-16 इंटर-स्कूल टूर्नामेंट में आर्या गुरुकुल हाई स्कूल के खिलाफ यह पारी खेली थी. इस टूर्नामेंट का आयोजन मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने कल्याण म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के ग्राउंड में किया था.
स्टैटिस्टिशन मोहनदास मेनन के मुताबिक, प्रणव के 652* रन क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है. प्रणव ने 70 चौके और 30 छक्के की मदद से 199 गेंदों पर 652 रन बनाए थे. 117 साल का रिकॉर्ड तोड़ने पर सचिन तेंदुलकर और हरभजन सिंह ने इस बल्लेबाज को बधाई दी थी.
सावधानहालांकि प्रणव का नाता विवादों से भी रहा. साल 2016 की ही जून में अंडर 16 टीम सेलेक्शन को लेकर अर्जुन तेंदुलकर का सेलेक्शन हुआ था. अर्जुन, भारत रत्न सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं. दावा किया जा रहा था कि अर्जुन का सेलेक्शन सचिन की वजह से हुआ. हालांकि प्रणव ने उस वक्त कहा था कि 'मैं विकेट कीपर बैट्समैन हूं और अर्जुन बोलर बैट्समैन. अर्जुन बहुत मेहनती लड़का है, हमने साथ साथ प्रैक्टिस की है, एक क्लब से खेले हैं. ऐसा नहीं है कि उनका सेलेक्शन अपने पापा की वजह से हुआ हो. उसका सेलेक्शन प्योर मेरिट पर हुआ है.'
हालांकि सब कुछ सही नहीं चला. साल 2017 में खबर आई थी कि प्रणव क्रिकेट खेलना छोड़ देंगे.
दरअसल धनावड़े उस पारी के बाद काफी मशहूर गए और लोगों की आशाएं उनसे काफी बढ़ गईं. रिकॉर्ड तोड़ पारी खेलने वाले प्रणव की बल्लेबाजी में अचानक गिरावट आ गई. इसके बाद एमसीए ने अंडर-16 टीम से उन्हें बाहर कर दिया था. प्रणव ने बेंगलुरु में अंडर-19 टीम के साथ भी ट्रेनिंग की. हालांकि बेंगलुरु से लौटने के बाद भी प्रणव अपनी फॉर्म हासिल नहीं कर पाए थे. बेंगलुरु से लौटने के बाद एयर इंडिया और दादर यूनियन ने प्रणव को नेट प्रैक्टिस से रोक दिया
हालांकि बीते साल जनवरी 2018 में प्रणव ने एक और मैच खेला जिससे वह फॉर्म से वापस तो आए लेकिन वह अभी क्या कर रहे हैं, किसी को कोई खास जानकारी नहीं है. जनवरी 2018 में 236 रनों की पारी खेली थी. इंटर कॉलेज मैच के दौरान प्रणव ने यह कारनामा कर दिखाया था. प्रणव ने झुंझुनवाला कॉलेज के लिए खेलते हुए गुरु नानक कॉलेज के खिलाफ शानदार दोहरा शतक जड़ा था. अपने 236 रनों की पारी में उन्होंने 35 चौके और 3 छक्के भी लगाए थे.
आपको बता दें प्रणव ने ब्रिटेन के एईजे कोलिन्स का क्लार्क हाउस के खिलाफ नॉर्थ टाउन में 1899 में बनाए गए नाबाद 628 रन के रिकॉर्ड को तोड़ा था. उसके इसी रिकॉर्ड को देखते हुए मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने उन्हें पांच साल तक 10,000 रुपए वार्षिक स्कॉलरशिप देना की घोषणा की थी. प्रणव को एअर इंडिया से स्कॉलरशिप भी मिली थी.


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