टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री अकसर सोशल मीडिया पर ट्रोल होते रहते हैं. हालांकि हेड कोच को इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता. रवि शास्त्री ने रविवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर किसी को उनके नाम पर हंसने से खुशी मिलती है तो उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं है. शास्त्री ने कहा, 'क्रिकेट में जब आप सफल होते हैं तो लोग आपके लिए खुश होते हैं लेकिन अगर हारते हैं तो आपको थप्पड़ और लातें पड़ेंगी ही.' रवि शास्त्री ने रविवार को आईसीसी पर भी निशाना साधा. हेड कोच ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के क्वालिफिकेशन मानदंड बदलने की आलोचना की और कहा कि आईसीसी को बार-बार नियम बदलने से बचना चाहिए.भारत ने हाल में समाप्त हुई चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में इंग्लैंड को 3-1 से हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में जगह बनायी जहां उसका सामना न्यूजीलैंड से होगा. लेकिन भारतीय कोच इस बात से नाराज थे कि आईसीसी ने टूर्नामेंट के बीच में ही सबसे ज्यादा हासिल अंक के मानदंड को बदलकर सबसे ज्यादा हासिल प्रतिशत अंक कर दिया.
ICC पर रवि शास्त्री ने साधा निशाना
शास्त्री से जब पूछा गया कि जब वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप अगले चक्र के दौरान होगी तो वह क्या बदलाव देखना चाहेंगे, उन्होंने आईसीसी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, 'अगर आप मुझसे पहले चक्र के बारे में पूछोगे तो मैं कहूंगा, कृपया करके 'गोलपोस्ट' (लक्ष्य) मत बदलिये. ' उन्होंने कहा, 'मैं कोविड-19 के कारण अक्टूबर के महीने में घर में बैठा हूं और किसी अन्य टीम से ज्यादा अंक लेकर, शायद 360 (तीन श्रृंखलायें जीतकर और एक गंवाने के बाद). एक हफ्ते बाद बिना जाने ही कुछ नियम आ जाते हैं कि हम अब प्रतिशत प्रणाली से आगे बढ़ेंगे और हम अंक तालिका में पहले स्थान से खिसककर तीसरे स्थान पर पहुंच जाते हैं. '
कोच ने कहा, 'ठीक है, क्योंकि देश यात्रा नहीं करना चाहते, जो देश 'रेड जोन' में हैं. सब चीज स्वीकार्य है. ' उनकी आवाज में नाराजगी साफ झलक रही थी, उन्होंने कहा, 'मैं इसके पीछे का कारण समझना चाहता हूं क्योंकि इसके बाद 'मेरे लिये आगे का रास्ता क्या है'?. मैं 60 से 70 अंक आगे था और फिर मुझे कहा जाता है कि अब आपको ऑस्ट्रेलिया जाना है और आपको क्या करना है? आपको ऑस्ट्रेलिया को हराना है. ' उन्होंने कहा, 'अब बताईये पिछले 10 वर्षों में कितनी टीमों ने ऑस्ट्रेलिया को हराया है? ' उन्होंने कहा, 'अगर आप ऑस्ट्रेलिया को नहीं हराते तो आप स्वदेश लौटकर इंग्लैंड को 4-0 से हराइये और 500 अंक के करीब पहुंचिये और आप फिर भी क्वालीफाई नहीं कर पाते? इसलिये हमने हर चीज को बारीकी से समझा और अंत में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में प्रवेश किया. '