मेलबर्न के मैदान पर खेले गए टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को 5 विकेट से पटखनी देकर दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया।
इस जीत के साथ ही वह ऐसी पहली टीम बन गई जिसके पास वनडे की ट्राफी है और उसने टी20 वर्ल्ड कप का खिताब भी अपने नाम कर लिया। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर इस मैच में पाकिस्तान की टीम ने इस मैच में ऐसी क्या गलती कि जिससे वह 1992 की जीत को रिपीट नहीं कर सका।
पाकिस्तान ने गुच्छों में खोए विकेट
टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान टीम को एक बड़े स्कोर की आवश्यकता थी लेकिन टीम इसमें नाकाम रही और उसने गुच्छों में विकेट गंवाए। 11 ओवर तक टीम का स्कोर 2 विकेट खोकर 84 रन था उसके बाद उसने लगातार अंतराल पर विकेट गंवाए। नतीजा टीम 8 विकेट खोकर केवल 137 रन ही बना पाई। पाकिस्तान ने आखिरी 9 ओवर में 53 रन बनाकर 6 विकेट खोए।
पावरप्ले में खर्चे अधिक रन
जब आपके पास 137 रन का लो स्कोर टोटल हो तो आप पावरप्ले में ज्यादा रन नहीं दे सकते लेकिन पाकिस्तान की टीम ऐसा नहीं कर पाई। इंग्लैंड ने पावरप्ले के दौरान जरूर 3 विकेट गंवाए लेकिन उसने महत्वपूर्ण 49 रन भी बनाए।
शाहीन अफरीदी की इंजरी
13वें ओवर में एक कैच के दौरान पाकिस्तान के प्रमुख गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को चोट आई। नतीजा जब इंग्लैंड टीम को 5 ओवर में 41 रन की दरकार थी और शाहीन के दो ओवर शेष थे। 16वें ओवर की पहली गेंद डालकर उन्हें बाहर जाना पड़ा। अगर वो वहां अपना स्पेल पूरा कर पाते तो नतीजा कुछ और हो सकता था।
मैच से पहले पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों को उम्मीद थी कि बाबर आजम के नेतृत्व में टीम 1992 की जीत को रिपीट कर सकती है। मैच से पहले पीसीबी चीफ रमीज राजा सहित उस वक्त टीम के कप्तान रहे इमरान खान ने भी टीम को शुभकामनाएं दी थी।