खेल

पाकिस्तानी क्रिकेटर बिग बैश लीग में खेलने का देख रहे थे सपना

Subhi
3 Aug 2022 5:53 AM GMT
पाकिस्तानी क्रिकेटर बिग बैश लीग में खेलने का देख रहे थे सपना
x
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) ने आगामी बिग बैश लीग (Big Bash League) में शिरकत करने के लिए अपने खिलाड़ियों को अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) देने से मना कर दिया है.

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) ने आगामी बिग बैश लीग (Big Bash League) में शिरकत करने के लिए अपने खिलाड़ियों को अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) देने से मना कर दिया है. बोर्ड ने अगले साल यूएई (UAE) में होने वाली नई प्रतियोगिता आईएलटी20 पर भी खिलाड़ियों की उपलपध्ता पर कोई स्पष्टिकरण नहीं दिया है. बोर्ड ने इन टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के शिरकत नहीं करने की उचित वजह भी बताई है. बोर्ड का कहना है उनके पास पहले से ही कॉम्पैक्ट घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम हैं. हालांकि अबतक यह बात साफ नहीं हो पाई है कि बिना अनुबंध वाले खिलाड़ियों पर रोक क्यों लगाई जा रही है.

बता दें बीबीएल के लिए ड्राफ्ट हुए शुरूआती 98 विदेशी खिलाड़ियों की सूची में किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी का नाम शामिल नहीं था, लेकिन उम्मीद जताई जा रही थी कि डेडलाइन से पहले कुछ खिलाड़ियों को शामिल किया जा सकता था. वहीं आईएलटी20 में अब तक औपचारिक रूप से किसी खिलाड़ी का नाम नहीं लिया गया है.

यह पहली बार नहीं हुआ है जब खिलाड़ियों और पीसीबी के बीच अन्य लीग में शामिल होने के लिए असहमति बन रही है. साल 2019 में पाक खिलाड़ी हड़ताल करने के लिए उतारू हो गए थे. कुछ समय से बोर्ड ने विदेशी लीग में हिस्सा लेने के लिए खिलाड़ियों के साथ एक अनौपचारिक 'पीएसएल प्लस वन' नियम समझौता बनाए रखा हुआ था. लेकिन मौजूदा समय में यह नियम जारी है या नहीं स्पष्ट नहीं है.

साल 2023 में आईएलटी20 के अलावा अफ्रीकी टी20 लीग का भी आगाज हो रहा है. मौजूदा समय में पाक खिलाड़ियों के टैलेंट को देखते हुए नए लीग में उनकी मांग बढ़नी लाजमी है. हालांकि पाकिस्तान में नियमानुसार एनओसी प्राप्त करने से पहले ड्राफ्ट में अपना नाम डालने के लिए खिलाड़ियों को पीसीबी से अनुमति लेनी पड़ती है.

पाक खिलाड़ी पहले से ही आईपीएल में नहीं शिरकत कर पाने से दुखी हैं. ऐसे में अगर उन्हें अन्य लीग में भी खेलने के लिए एनओसी नहीं मिलता है तो उन्हें बहुत ज्यादा क्षति होगी. बीच में पीसीबी के प्रस्तावित योजना के तहत अपने खिलाड़ियों को विदेशी लीग में ना खेल पाने पर उनकी आर्थिक भरपाई करवाने की बात चली थी, लेकिन इन लीगों की इनामी राशि को देखते हुए बात आगे नहीं बढ़ पाई है.

Next Story